घर में शादी का महौल है, मेहमानों की भीड़ है, हर तरफ खुशी है। लेकिन अचानक किसी ने खबर दी कि घर के दो लड़के पास की गंगनहर में डूब गए। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया, घर के बड़े दौड़ पड़े, महिलाएं बेसुध हो गई, हर तरफ मातम पसर गया। मेरठ के सरधना के मोहल्ला घोसीयान में यह सब नूर मोहम्मद के परिवार के साथ हुआ, जिनके दो बेटे और एक बेटी की शादी चार दिन में होनी थी। घर की हर खुशी शावेज और फैजान के साथ डूब गई। फिलहाल शादी को टाल दिया गया। 

जहां था खुशी का शोर, पसरा मातम 

बुधवार को नूर मोहम्मद के बेटे राशिद की बारात मेरठ जानी थी। शुक्रवार को छोटे बेटे की बारात मुजफ्फरनगर जानी थी। शनिवार को बेटी गुल्फशा की बारात आनी थी। घर में काफी रिश्तेदार जमे थे। दोपहर को अचानक शावेज और फैजान के डूबने की खबर घर तक पहुंची। देर रात तक लोग नहर के पास खड़े रहे, दोनों को खोजने का प्रयास होता रहा।

शावेज की दो बेटियां अपनी मां के साथ नहर के पास बैठी रही

जानकारी सामने आई है कि डूबने वाले दो में से एक शावेज की दो बेटियां हैं। कोरोना के रहते शावेज के पिता की भी मौत हो गई थी। वह शादी में शामिल होने के लिए अपने परिवार के साथ यहां आए थे। जब बहुत देर तक नहर में तलाशी के बाद भी वह नहीं मिले तो उनकी पत्नी अपनी दोनों बेटियों के साथ नहर के पास ही बैठी रहीं।

परिवार ने यह जानकारी दी कि वह दोनों तीन और लोगों के साथ नहाने के लिए नहर पर गए थे लेकिन वह अंदाज़ा नहीं लगा पाए कि पानी बहुत ज़्यादा थी। जब पांचों लोग डूबे तो तीन को आसपास खड़े लोगों ने बचा लिया लेकिन दोनों को बचाया नहीं जा सका और वह पानी में डूब गए। फिलहाल शादी स्थगित कर दी गई है।