मेरठ के एक प्राइवेट स्कूल ने गैंगरेप की पीड़ित क्लास नौ की छात्रा को कथित तौर पर रिपोर्ट कार्ड देने से मना कर दिया। लड़की के पिता ने स्कूल के इस रवैये के खिलाफ डीएम पंकज यादव और एसएसपी दिनेश चंद दुबे के यहां गुहार लगाई है। इसके साथ ही सीबीएसई में भी शिकायत दर्ज कराई है। स्कूल मैनेजमेंट अब लड़की को निष्कासित करने की तैयारी में है। स्कूल प्रशासन ने लड़की के पिता से टीसी ले जाने के लिए कह दिया गया है।
18 नवंबर 2015 को मेडिकल पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, लड़की की दोस्ती आरिब नाम के एक लड़के से थी। आरिब ने लड़की की मुलाकात अपने दोस्त सिद्धार्थ गुज्जर, शशांक प्रधान, शुभम और रकीब से कराई। यह सभी एल ब्लॉक शास्त्री नगर के रहने वाले हैं। एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने लड़की की पेस्ट्री में नशीला पदार्थ मिला दिया और उसे गंगा नगर स्थित एक सुनसान मकान में ले गए। यहां आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।
घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करके आनन-फानन में जेल भेज दिया। घटना के बाद लड़की डरी हुई थी जिस कारण वो कुछ दिन स्कूल नहीं गई। लड़की के पिता के मुताबिक, शुरू में स्कूल प्रशासन ने कहा कि लड़की को ठीक होने के लिए पर्याप्त समय लेने दें। स्कूल छात्रा की छुट्टियों को नहीं गिनेगा और उसे एक्जाम में बैठने दिया जायेगा। लेकिन रिजल्ट के समय स्कूल ने यू-टर्न ले लिया और रिजल्ट देने की जगह पीड़ित के पिता को टीसी ले जाने का फरमान सुना दिया।
स्कूल के प्रिंसिपल ने इस मसले पर बात करने से मना कर दिया है। एसएसपी दुबे का कहना है कि किसी भी हालत में पीड़ित को उसका रिजल्ट दिलाया जायेगा साथ ही वो इस मामले को स्कूल प्रशासन के सामने उठाएंगे। लड़की के पिता का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो वो इस मसले को कोर्ट में उठाएंगे।