नवरात्रि के समय मीट की दुकानों को बंद करने की अपील देश के कई कोनों से होती है। उत्तर भारत में तो खासतौर पर इस मुद्दे पर विवाद और राजनीति दोनों देखने को मिलती है। इस बीच गाजियाबाद से लोनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर की एक चिट्ठी सामने आई है। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि नवरात्रि के दिनों में लोनी में सभी मीट की दुकानें बंद होनी चाहिए, वरना वे खुद सड़क पर उतर इसका संज्ञान लेंगे।

नंद किशोर गुर्जर ने क्या कहा?

एक्स पर उन्होंने लिखा है कि एयरक्राफ्ट ऑर्डिनेंस के बावजूद नवरात्रि में मांस की दुकानें व मांसाहारी होटल आदि खुले होने की सूचना अत्यंत चिंताजनक है जिसे तत्काल एसडीएम को बंद कराने को कहा है। लोनी में चारों और दुर्गा पूजा, रामलीला, जागरण जैसे धार्मिक आयोजनों के समय खुले में मांस की दुकानें व होटलों का संचालन धार्मिक आस्थाओं को आहत करने और आपसी सद्भाव के दृष्टिकोण से भी सही नहीं है। साथ ही नगरपालिका अधिशासी अधिकारी को दुर्गा पूजा पंडालों, जागरण, मंदिरों आदि स्थानों पर विशेष स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने को कहा।

हापुर-शामली को लेकर क्या आदेश?

अब गाजियाबाद से पहले कई दूसरी जगहों पर मीट की दुकानें या तो बंद हो चुकी हैं या फिर उन्हें बंद करने की मांग उठ रही है। दिल्ली से सटे हापुड़ में 10 दिनों के लिए मीट की दुकानें बंद रहने वाली हैं, इसे लेकर निर्देश भी जारी हो चुके हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के शामली में भी 12 दिनों के लिए मांस की दुकानें बंद रखने के आदेश हैं। शामली जिला प्रशासन ने तर्क दिया है कि धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखना जरूरी है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 50 से ज्यादा मीट की दुकानों को नोटिस भी जारी किया गया है।

वैसे हरियाणा के पलवल में नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद रहेंगी। इस बारे में प्रदेश के खेल मंत्री गौरव गौतम ने एक कार्यक्रम में कहा था कि जो भी आदेश का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

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