मायावती बुधवार (28 अगस्त, 2019) को एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष चुन ली गईं। पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति और राज्य इकाइयों के वरिष्ठ पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों की दोपहर हुई बैठक में उन्हें दोबारा सर्वसम्मति से दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक का मुख्य एजेंडा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करना था। सभी जरूरी प्रक्रियाएं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने पूरी कराईं।

इससे पहले, उन्होंने ट्विटर ज्वाइन किया था। मायावती ने यह फैसला एक नेता के कहने पर लिया। दरअसल, उन्होंने 22 जनवरी को ट्विटर ज्वाइन किया था और छह फरवरी को उनका ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड हुआ। उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल @sushrimmayawati है । मायावती के ट्विटर पर आते ही कई नेताओं ने उनका स्वागत करते हुए ट्वीट किया था।

तेजस्वी यादव के कहने पर ट्विटर से जुड़ीं मायावती: लालू के बेटे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के आग्रह पर मायावती ने ट्विटर ज्वाइन किया था। मायावती के इस फैसले से खुश होकर तेजस्वी ने उनका स्वागत किया और लिखा था- आखिरकार आपको यहां देखकर खुशी हुई। मुबारक हो कि आपने 13 जनवरी को लखनऊ में हमारी बैठक के दौरान ट्विटर से जुड़ने के मेरे अनुरोध को स्वीकार किया और सम्मानित किया।

https://twitter.com/SushriMayawati/status/1093013160821313536

 

वेरिफाइड हुआ ट्विटर: मायावती ने पहला ट्वीट 22 जनवरी को किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था – नमस्कार भाइयों और बहनों। उचित परिचय के साथ मुझे अपना परिचय ट्विटर परिवार से करना चाहिए। मेरे सभी भावी इंटरेक्शन, टिप्पणियों और अपडेट के लिए मेरा आधिकारिक ट्विटर हैंडल @sushrimayawati है। हार्दिक शुभकामनाओं सहित धन्यवाद। 22 जनवरी को जुड़ने के बाद आज (6 फरवरी) को मायावती का ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड हो गया।

नेताओं ने किया स्वागत: उनके ट्विटर ज्वाइन करने पर कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी थी। बता दें कि कुछ वक्त पहले उनका 63वां जन्मदिन था वहीं अखिलेश के साथ आगामी चुनाव के लिए गठबंधन भी किया था। यानी सपा और बसपा उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। वहीं अमेठी और रायबरेली की संसदीय सीट को उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए छोड़ रखी है।