Maulana Tauqeer Raza: इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (IEMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार मौलाना ने हिंदू से मुस्लिम बने युवक-युवतियों का निकाह कराएंगे। इसको लेकर मौलाना ने ऐलान किया। पहले चरण में पांच जोड़ों का निकाह होगा, जिसमें दो युवक व तीन युवतियां धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कर एक-दूसरे का दामन थामेंगे। सामूहिक निकाह समारोह 21 जुलाई को सुबह 11 बजे खलील हायर सेकंडरी स्कूल में होगा। इसके लिए प्रशासन से भी अनुमति मांगी है।
मौलाना तौकीर का दावा है कि उनके पास निकाह के लिए धर्म परिवर्तन करने वाले करीब 23 युवक-युवतियों के आवेदन आ चुके हैं। इनमें आठ लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं। इन्होंने अपने रिश्ते पहले से तय किए हुए हैं। इनका निकाह करवाने के साथ ही धर्म परिवर्तन की औपचारिक प्रक्रिया भी पूरी की जानी है। इसी के तहत इनमें से पांच जोड़ों का चयन पहले चरण में किया गया है। साथ ही आईएमसी की ओर से संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने कार्यक्रम आयोजन की अनुमति के लिए 11 जुलाई को सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र भेजा है। मामले में अभी तक प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मौलाना ने कहा कि प्रशासन को इसमें कोई एतराज होना नहीं चाहिए, क्योंकि वे लोग कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं।
इस पूरे मामले पर एसपी सिटी राहुल भाटी ने कहा कि मुहर्रम चल रहा है। सावन भी शुरू होने वाला है। ऐसे में पुलिस- प्रशासन की प्राथमिकता शहर में शांति व्यवस्था कायम रखना है। किसी कार्यक्रम की वजह से शांतिपूर्ण माहौल में व्यवधान की आशंका होगी तो उसके बारे में विचार किया जाएगा। अनुमति के प्रार्थना पत्र पर पुलिस पूरी पड़ताल के बाद ही रिपोर्ट देगी।।
सहमति संबंध में रह रहे, मजहब नहीं देता इसकी इजाजत: तौकीर
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हमने पाबंदी लगाई थी कि लालच और इश्क में कोई लड़का या लड़की इस्लाम कुबूल करना चाहता है तो उसे मुस्लिम बनने की इजाजत नहीं दी जाएगी, लेकिन इस पाबंदी में छूट देने का काफी दबाव बन रहा था। पता चला कि ऐसे बहुत से लड़के-लड़कियां हैं जो साथ पढ़ाई और काम कर रहे हैं और उनके संबंध भी बन गए हैं। कई जगह तो ये सहमति संबंध में भी रह रहे हैं।
मौलाना के अनुसार सहमति संबंध की कानून इजाजत देता है, लेकिन मजहब नहीं देता। हिंदू धर्म में भी इसको पसंद नहीं किया जाता है। क्योंकि कानून में तो समलैंगिकता का भी अधिकार है, लेकिन हिंदुस्तानी सभ्यता और संस्कार इसकी इजाजत नहीं देते। इसीलिए धर्म परिवर्तन के इच्छुक युवक-युवतियों का निकाह कराने का निर्णय किया गया।
कई लड़के-लड़कियां हिंदू बने तो हमने नहीं किया एतराज
मौलाना तौकीर ने इसको लेकर विरोध की आशंका के सवाल पर कहा कि जो लोग साथ काम कर रहे रहें, साथ रह रहे हैं, हम उन्हें गुनाह से बचाना चाहते हैं। बहुत से लड़के-लड़कियां हिंदू हुए हैं, लेकिन हमने कोई एतराज नहीं किया और न ही किसी को एतराज होना चाहिए। धर्म परिवर्तन व्यक्तिगत मामला है। कोई बिना पैसे और दबाव के धर्म परिवर्तन कर रहा है तो उस पर किसी प्रकार का कोई दवाव नहीं बनाना चाहिए। हिंदू रिवाज से सात फेरे होने चाहिए और मुस्लिम रिवाज से निकाह होना चाहिए। यह शादियां मान्य हैं। मौलाना ने कहा कि लिव-इन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पहचान अभी उजागर नहीं, एमपी का जोड़ा भी है शामिल
मौलाना ने बताया कि धर्म परिवर्तन कर निकाह करने के लिए आस-पास के जिलों और शहरों से आवेदन आए हैं। इसमें एमपी से जोड़ा भी आया है। उनके मुताबिक इन युवक-युवतियों की पहचान अभी उजागर नहीं की जा रही है क्योंकि उनको परेशान किया जाता है। दबाव बनाया जाता है। प्रशासन चाहेगा तो युवक व युवतियों की सभी से बात भी कराई जाएगी।
शहर का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं मौलाना तौकीर
कई मुस्लिम युवतियों का धर्म परिवर्तन करवाकर विवाह करा चुके पंडित केके शंखधार ने कहा है कि मौलाना तौकीर वर्ष 2010 के दंगे के आरोपी हैं। सावन में मौलाना हिंदू लड़के-लड़कियों का सामूहिक धर्म परिवर्तन और निकाह कराने का ऐलान कर माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रशासन से मौलाना पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने मौलाना तौकीर को भी घर वापसी की दावत दी है।
जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर करेंगे विरोध
नाथ नगरी सुरक्षा समूह के के दुर्गेश कुमार गुप्ता ने कहा कि हिंदू समाज के युवक- युवतियों का मुस्लिम धर्म के युवक-युवतियों से विवाह कराना गलत है। उनके अनुसार इस संबंध में कार्यक्रम आयोजन के लिए मांगी गई अनुमति के विरोध में 16 जुलाई को उनका संगठन सुबह 11 बजे कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देगा।
प्रशासन से अनुमति न देने की मांग
शिरडी साईं सर्व देव मंदिर के महंत पंडित सुशील पाठक ने कहा है कि सावन के पवित्र माह में मौलाना का ऐलान कहीं न कहीं शांति को भंग करने की एक साजिश है। वह अशांति फैलाने वाले बयान देते रहते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से मौलाना तौकीर के आयोजन को अनुमति न देने की मांग की है।