उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी आचार्य प्रेमानंद महाराज जी से मिलने उनके आश्रम पहुंची थीं। लोकसभा चुनाव से पहले वह प्रेमानंद से आशीर्वाद लेने मथुरा पहुंची थी। प्रेमानंद महाराज ने हेमा मालिनी से कहा कि आप तो श्री कृष्णा की भक्ति करती हैं और आप तो तिलक भी लगाई हुईं हैं।
हेमा मालिनी को आशीर्वाद देते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा, “आपका संतों से सानिध्य रहता ही है और भगवत चरणों का आश्रय है ही, तो लौकिक विजय क्या परलौकिक विजय भी आप प्राप्त कर सकती हैं। श्री कृष्ण अनुराग पारलौकिक विजय है और आप तो भगवान के चरण तो चूमती ही रहती हैं। वैसे भी आप 10 वर्ष तक विजयी रही ही हैं। आगे के लिए भी उत्साह है ही।”
इसके बाद हेमा मालिनी कहती हैं कि इसबार और अच्छा करना है। हेमा मालिनी सामान्य श्रद्धालुओं की तरह ही प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंची थीं। 20 मिनट तक एकांत में उन्होंने प्रेमानंद महाराज से वार्ता कर आध्यात्म पर चर्चा की।
मथुरा लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में वोटिंग होगी। यह सीट सपा कांग्रेस गठबंधन के तहत कांग्रेस के पास गई है। इस सीट से कांग्रेस ने मुकेश धनगर को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि यहां पर कांग्रेस के अंदर विरोध भी हो रहा है। कांग्रेस नेता योगेश तलान ने पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन कराया। हालांकि कांग्रेस की ओर से अधिकृत प्रत्याशी मुकेश धनगर ही हैं।
मथुरा सीट से पहले कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर विजेंद्र सिंह का नाम चल रहा था। विजेंद्र भारत के लिए ओलंपिक में मेडल ला चुके हैं। हालांकि तीन दिन पहले ही वह बीजेपी में शामिल हो गए और इससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। इसके बाद कांग्रेस ने मुकेश धनगर को प्रत्याशी बनाया।
मथुरा का जातीय समीकरण
मथुरा लोकसभा सीट पर जाट मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। जाट मतदाता करीब चार लाख है। तो वहीं ब्राह्मण और ठाकुर मतदाताओं की संख्या लगभग तीन-तीन लाख है। धनगर मतदाताओं की संख्या 80 हजार है और दलित वोटरों की संख्या दो लाख है। यादव मतदाताओं की संख्या भी करीब 70 हजार है।