महाराष्ट्र के नासिक में एक हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की शादी होने ही वाली थी कि शादी का कार्ड वायरल होने के बाद इसे कैंसल पड़ गया था। अब दोनों परिवारों की रजामंदी से दोनों की शादी हो गई है। दरअसल शादी के कार्ड में रसिका और आसिफ का नाम छपा था जिसे देखने के बाद आसपास के लोग भड़क गए। कार्ड को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया और फिर इस शादी का विरोध होने लगा। लोग इसे ‘लव जिहाद’ का नाम देने लगे।

शादी का कार्ड कई वॉट्सऐप ग्रुप पर पहुंच गया था। इसके बाद लड़की वालों के परिवार के पास अजनबियों के भी फोन आने लगे और उन्हें धमकी मिलने लगी। विरोध बढ़ने पर लड़की के पिता ने शादी करने का विचार किया। पिता प्रसाद अडगांवकर शहर के जाने-माने ज्वैलर हैं।

युवती के पिता ने बताया कि मामला जब मीडिया में आया तो कई लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया। कई राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी सपोर्ट में आए। गुरुवार को नासिक के एक होटल में दोनों की शादी हो गई। उन्होंने कहा कि पहले लोग बहुत विरोध कर रहे थे लेकिन जब सचाई सबको पता चली तो समर्थन भी मिला। रसिका और आसिफ एक दूसरे को पिछले आठ साल से जानते हैं। उन्होंने अपनी इच्छा के बारे में अपने-अपने परिवार को जानकारी दी थी।

लड़की के परिवार वालों ने यह भी बताया था कि दोनों की शादी पहले ही स्थानीय अदालत में हो चुकी थी। परिवार उन दोनों के साथ खड़ा था। वे लोग बेटी को ससुराल भेजने से पहले 18 जुलाई को हिंदू रीति-रिवाज से शादी करना चाहते थे। पिता ने बताया कि उनकी बेटी शारीरिक रूप से विकलांग थी। उसकी शादी में दिक्कत आ रही थी। बाद में पता चला कि आसिफ और रसिका एक दूसरे को पसंद करते हैं। दोनों परिवार भी लंबे समय से एक दूसरे को जानते थे, इसीलिए वे शादी के लिए राजी हो गए।