मणिपुर को एक बार फिर अशांत करने की कोशिश हुई है और कुछ बदमाशों ने चुराचांदपुर जिले में मणिपुर राज्य ऊर्जा कंपनी लिमिटेड (MSPCL) के सात कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। कंपनी ने इसे क्रूर हमला बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
मणिपुर सरकार के एक अफसर ने बताया, “18 अक्टूबर को सब स्टेशन के परिसर में अज्ञात बदमाशों ने 33/11 केवी सब स्टेशन के प्रभारी समेत सात लोगों पर हमला किया। इस हमले का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।”
कंपनी ने इस मामले में त्वरित एवं पारदर्शी जांच तथा हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है।
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मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच हुई थी हिंसा
मणिपुर में मई 2023 से मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच हुई जातीय हिंसा के कारण 260 से अधिक लोग मारे गए थे। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। मणिपुर की विधानसभा का कार्यकाल 2027 तक है लेकिन इसे निलंबित अवस्था में रखा गया है।
पीएम मोदी गए थे मणिपुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने मणिपुर गए थे और उन्होंने हिंसा में शामिल सभी संगठनों से शांति का रास्ता अपनाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों को भरोसा दिलाया था कि उनकी सरकार राज्य में शांति बहाल करने के लिए हर संभव कोशिश करेगी।
मोदी ने कहा था कि भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि विकास को आगे बढ़ाने के लिए शांति बेहद जरूरी है।
मणिपुर में मैतेई समुदाय को अदालत के द्वारा अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने के आदेश के बाद हिंसा भड़क गई थी। इसमें 60 हजार से ज्यादा लोग घरों से बेदखल हो गए थे। इसमें कुकी-जो समुदाय के 40 हजार और लगभग 20 हजार लोग मैतेई समुदाय के थे।