Manipur: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के कार्यक्रम स्थल पर आगजनी और तोड़फोड़ की गई है। मुख्यमंत्री शुक्रवार (28 अप्रैल, 2023) को राज्य के चुराचांदपुर के न्यू लमका में Gym-Cum-Sports फैसिलिटी का उद्घाटन करने वाले हैं। घटना के बाद इंटरनेट पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है और चुराचांदपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

आक्रोशित भीड़ को आयोजन स्थल के अंदर कुर्सियों और अन्य संपत्तियों को तोड़ते देखा गया। इस दौरान भीड़ ने नवनिर्मित जिम के खेल उपकरणों में भी आग लगा दी। घटना के बाद स्थानीय पुलिस तुरंत कार्रवाई में जुट गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने जरूरी कार्रवाई भी की, लेकिन तब तक कार्यक्रम स्थल पर लगाई गईं सैकड़ों कुर्सियां आग की चपेट में आ चुकी थीं। हालात को देखते हुए चुराचंदपुर प्रशासन ने जिले में सुरक्षा बढ़ा दी है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।

मुख्यमंत्री आज करने वाले हैं उद्घाटन

पुलिस ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उत्तेजित भीड़ ने न्यू लमका में पीटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में नएओपन जिम को आग लगा दी। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री बीरेन सिंह करने वाले हैं। वहीं जिला प्रशासन ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि हिंसा के कारण मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द किया गया है या नहीं।

मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने चुराचांदपुर जिले में पीटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बने जिम में आग लगाने की घटना पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हम इस पूरे मामले पर जरूरी कार्रवाई करेंगे।

स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच ने किया भीड़ का नेतृत्व

कथित तौर पर भीड़ की हिंसा का नेतृत्व स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच ने किया, जो आर्द्रभूमि के अलावा आरक्षित और संरक्षित वन क्षेत्रों के भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सर्वेक्षण पर आपत्ति जताता रहा है। जनजातीय मंच ने राज्य सरकार पर गिरजाघरों को गिराने का आरोप लगाया। मंच ने एक बयान में कहा कि वह सरकार के खिलाफ असहयोग अभियान चलाने के लिए मजबूर हो गया है और इस तरह उसके कार्यक्रमों में बाधा डाल रहा है और शुक्रवार को सुबह 8 बजे से जिले में आठ घंटे की हड़ताल का भी आह्वान किया है।

सरकार ने तीन चर्च को ध्वस्त करवा दिया था

राज्य के आदिवासियों के प्रति सौतेला व्यवहार करने के आरोपों के साथ कुकी छात्र संगठन ने भी मंच का समर्थन किया है। मणिपुर सरकार ने इस महीने की शुरुआत में कथित तौर पर राज्य में तीन चर्चों को यह कहते हुए ध्वस्त कर दिया था कि ये अवैध रूप से बनाए गए थे।