Mangaluru Autorickshaw blast: कर्नाटक (Karnataka) में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को चलते ऑटोरिक्शा में हुए विस्फोट (Karnataka Autorickshaw blast) को लेकर नई बात सामने आई है। पुलिस ने बताया कि कुकर में विस्फोटक पदार्थ लगा था, जिसे एक यात्री अपनी गोद में रखकर ले जा रहा था। यह भी बताया गया कि इस यात्री ने फर्जी आधार कार्ड से किराए पर कमरा लिया था। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस आलोक कुमार ने इस मामले में हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं।
जो यात्री यह कुकर ले जा रहा था, उसकी पहचान शरीक के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि ऑटो-रिक्शा में यात्री शरीक कम तीव्रता का इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस या आईईडी ले जा रहा था। वाहन के अंदर एक जला हुआ प्रेशर कुकर मिला है, जिसमें डेटोनेटर, तार और बैटरी लगी हुई थी।
पुलिस ने कहा कि शरीक के पास से एक फर्जी आधार कार्ड भी मिला है और कार्ड के मालिक का भी पता लगा लिया गया है। कर्नाटक के हुबली जिले के निवासी प्रेमराज हुतगी ने कहा कि उनका आधार कार्ड खो गया था जिसके बाद उन्होंने डुप्लीकेट आईडी बनवाई थी। वह तुमकुरु रेलवे स्टेशन में ट्रैक मेंटेनर के रूप में काम करते हैं।
पुलिस ने मैसूरु से लगभग 13 किमी दूर स्थित मदाहल्ली में शरीक के किराए के घर की तलाशी ली। पुलिस ने कहा कि उसने पिछले महीने एक कमरा किराए पर लिया था। मकान मालिक से उसने कहा था कि वह मोबाइल रिपेयर की ट्रेनिंग के लिए यहां आया है।
वहीं, कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रवीण सूद ने रविवार (20 नवंबर, 2022) को कहा कि यह घटना गंभीर क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से की गई थी। प्रवीण सूद ने ट्वीट कर कहा, “अब इसकी पुष्टि हो गई है कि विस्फोट आकस्मिक नहीं है बल्कि गंभीर क्षति पहुंचाने के इरादे से किया गया आतंकी कृत्य था। कर्नाटक राज्य पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के साथ इसकी गहन जांच कर रही है।”
शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा, “विशेष टीम और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं और घटना के पीछे के कारणों का पता लगा रही है। कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं, जिनका इलाज चल रहा है।” बता दें कि शनिवार को मंगलुरु में चलते ऑटो रिक्शा में विस्फोट हो गया था, जिससे आग और काफी ज्यादा धुआं फैल गया था। इस हादसे में दो लोग बुरी तरह झुलस गए थे, जिनमें चालक व यात्री शामिल हैं।