केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए हर महीने 5-6 ‘वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर’ शुरू करने का फैसला किया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि ऐसे तीन केंद्रों की शुरूआत आगामी आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर होगी। देश में छह ऐसे केंद्र पहले से मौजूद हैं।
मेनका ने कहा, ‘‘हिंसा से प्रभावित महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वन स्टाप क्राइसिस सेंटर का इस साल काफी विस्तार किया जाएगा। हम उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तीन और ऐसे केंद्रों की शुरूआत करने जा रहे हैं।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘हम इस साल हर महीने पांच से छह केंद्र खोलेंगे।’’ मौजूदा समय में छह ऐसे केंद्र रायपुर (छत्तीसगढ़), विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), करनाल (हरियाणा), भुवनेश्वर (ओडिशा), जयपुर (राजस्थान) और चंडीगढ़ में हैं।
मंत्रालय इन केंद्रों के भवन निर्माण के लिए 30 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को धन जारी कर चुका है। शुरुआत में इन केंद्रों को 660 स्थानों पर बनाने का प्रस्ताव है तथा इनके दायरे में देश के सभी जिले आएंगे। जनता एवं संबंधित पक्षों की राय लेने और अंतर-मंत्रालयी विचार-विमर्श के बाद इन केंद्रों को चरणबद्ध तरीके से बनाने का फैसला किया गया।