यात्रा के दौरान होने वाली परेशानियों और महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए मांड्या की निर्दलीय सांसद सुमलता अंबरीश ने रेलवे से महिलाओं के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है। अंबरीश ने साउथ वेस्टर्न रेलवे के सामने बेंगलुरु से मैसूर तक ट्रेन चलाने की मांग की है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सांसद ने कहा बेंगलुरु और मैसूर की तरफ हर दिन जाने वाली हजारों महिलाएं हर दिन सफर करती हैं, लोकसभा चुनाव के दौरान किसी ने उनके साथ यह समस्या साझा की थी।

दो महिला बोगियां अपर्याप्तः उन्होंने कहा कि ट्रेन में दो लेडिस कोच लगा देना पर्याप्त नहीं है। कम जगह होने से उन्हें असहज स्थितियों में यात्रा करनी पड़ती है। एक्स्ट्रा ट्रेन चलाने से काफी मदद मिलेगी। इस मीटिंग में कर्नाटक के पांच अन्य लोकसभा सांसद पीसी मोहन, एस मुनिस्वामी, तेजस्वी सूर्या और जीएस बासवराज और राज्यसभा से एस चंद्रशेखर, सैयद नासिर हुसैन, एल हनुमंतिया और बीके हरिप्रसाद भी थे। सभी ने अपने-अपने इलाके की समस्याएं बताईं।

‘जब तक लेडिज ट्रेन न चले बोगियां बढ़ाई जाए’: रेलवे ने मांड्या सांसद को भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस पर काम किया जाएगा। टेक कंपनी में काम करने वाली नम्रता नायक ने इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए दो बोगियां रखना पर्याप्त नहीं है, जब तक स्पेशल ट्रेन नहीं चलती तब तक इन्हीं बोगियों की संख्या में इजाफे की जरूरत है।

शक्ति टीम का गठन भी इसी साल हुआ थाः गौरतलब है कि इसी साल शक्ति टीम की भी शुरुआत की गई थी। इसके तहत आरपीएफ में महिला अधिकारियों को अलग-अलग ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कहा गया था। कई तरह के वॉट्सऐप ग्रुप भी बने जो रियल टाइम ट्रैकिंग की जानकारी देते थे। इन्होंने यात्रियों और आरपीएफ के बीच एक सेतु की तरह काम किया। मांड्या सांसद ने इस संबंध में रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगाड़ी को भी पत्र लिखा है।