झारखंड के कांडी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 22 साल पहले लापता हुआ एक शख्स जब अपने घरवालों के सामने आ गया, तो पूरा गांव आश्चर्यचकित हो गया। बताया गया है कि मामला कांडी के सेमौरा गांव का है। यहां रहने वाले उदय सालों पहले ही अपनी पत्नी सविता, दो बच्चों और माता-पिता को अकेले छोड़कर अचानक लापता हो गए। उनकी काफी खोजबीन भी हुई, पर पता नहीं चला कि उदय कहां चले गए। इसके बाद घरवालों ने मान लिया था कि उदय दुनिया में नहीं रहे।
इस घटना के बाद सविता बच्चों के साथ छत्तीसगढ़ स्थित अपने मायके चली गईं। हालांकि, खेती-बाड़ी के लिए वे वापस झारखंड लौटीं और बच्चों का अकेले ही पालन-पोषण किया। बच्चे भी इतने सालों में जिम्मेदारी संभालने लगे हैं। इस बीच पिछले हफ्ते ही उदय जोगी बनकर हाथ में सारंगी थामे अपने पैतृक घर पहुंचे। इस दौरान संन्यासी के वेष में वे भजन भी गाते रहे, ताकि कोई उन्हें पहचान न सके। लेकिन इतने सालों बाद भी सविता ने उन्हें पहचानने में देर नहीं की।
पति को देखते ही सविता फूट-फूटकर रोने लगीं। इस बीच उदय ने अपनी पहचान छिपाने की काफी कोशिश की, लेकिन गांव के लोगों के जमा होने के साथ ही उन्हें सच मानने के लिए मजबूर होना पड़ा। बाद में उन्होंने सविता से भिक्षा देने के लिए कहा, क्योंकि बिना पत्नी से भिक्षा लिए उनकी सिद्धी पूरी नहीं हो सकती थी। उन्होंने पत्नी को कई बार समझाया कि वह उन्हें भिक्षा देकर सांसारिक जीवन के कर्तव्यों से मुक्त करने का काम करें।
हालांकि, उदय के परिवारवाले और गांव के लोग अब उन्हें जोगी के रूप से मुक्त कराना चाहते हैं। इसके लिए लोगों ने बाबा गोरखनाथ के धाम पर यज्ञ और भंडारा कराने के लिए पैसे और अनाज जुटाने शुरू कर दिए हैं। हालांकि, उदय जोगियों के पास लौटने की जिद पर अड़े हैं। मंगलवार सुबह जब उदय गाड़ी से कहीं जाने के लिए निकले, तो सविता के बच्चे भी उसमें सवार हो गए। तब उदय ने कहा कि वे जोगियों को मनाकर वापस लौट आएंगे।