उत्तर प्रदेश के बरेली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यापारी की प्री-मैच्योर बेटी (Pre-Mature Baby) की जन्म के कुछ देर बाद ही मौत हो गई। इसके बाद जब वो उसे दफनाने के लिए गया तो वहां कुछ ऐसा हुआ जिसे जानकर हर किसी के पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल जब नवजात को दफनाने के लिए गड्ढा खोदा गया तो करीब तीन फीट खोदने के बाद उसे एक नवजात मिली। उसकी सांसे चल रही थीं।

व्यापारी हितेश कुमार सिरोही ने उस बच्ची को रेस्क्यू किया और उसे दूध पिलाया। फिलहाल बरामद बच्ची का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। एसपी सिटी अभिनंदन सिंह के मुताबिक सिरोही की पत्नी वैशाली बरेली में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। सिंह ने रविवार (13 अक्टूबर) को कहा, ‘बुधवार को प्रसव पीड़ा होने पर वैशाली को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, गुरुवार को उसने एक अपरिपक्व (Pre-Mature Baby) को जन्म दिया। कुछ मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई थी।’

गुरुवार की शाम सिरोही अपने बेटी को दफनाने गए थे। अधिकारी के मुताबिक जब इसके लिए गड्ढा खोदा गया तो तीन फीट की गहराई पर उन्हें मिट्टी का एक कटोरानुमा बर्तन मिला। जब इसे बाहर निकाला गया तो उसमें एक बच्ची मिली। बच्ची जिंदा थी और उसकी सांसें तेजी से चल रही थी। उसे तुरंत जिला अस्पताल लाया गया। इस बच्ची के पैरेंट्स की जानकारी निकालने की कोशिश की जा रही है, अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।’

उन्होंने कहा, ‘फिलहाल उसकी जान बचा ली गई है। हम उसकी मां की पहचान करने में जुटे हैं।’ इसी बीच बरेली के चीफ मेडिकल ऑफिसर विनीत शुक्ला ने पीटी से कहा कि बिठारी चैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा ने बच्ची के इलाज की जिम्मेदारी ली है। सीएमओ ने कहा, ‘शनिवार को बच्ची को बेहतर इलाज के लिए रैफर किया गया था, उसकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है।’ एसएसपी शैलेंद्र पांडेय ने कहा कि इस संबंध में जांच शुरू की जा चुकी है।