ममता बनर्जी ने लगातार दूसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शुक्रवार (27 मई) को शपथ ली। उनकी मंत्रिपरिषद में 42 सदस्य हैं। विपक्षी कांग्रेस-वाम गठबंधन और प्रदेश भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, अशोक गजपति राजू और बाबुल सुप्रियो ने शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने रेड रोड पर आयोजित एक कार्यक्रम में 61 साल की ममता को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। ममता ने बांग्ला में शपथ ली। दक्षिण कोलकाता के कालीघाट स्थित अपने आवास से रवाना होने के बाद ममता कुछ दूरी तक पैदल चलीं और कार में बैठने से पहले लोगों का अभिवादन किया। ममता ने हमेशा की तरह सफेद साड़ी पहन रखी थी।  ममता ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर कांग्रेस-वाम गठबंधन और भाजपा को मात दी और 294 में से 211 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस को जीत दिला दी।

शपथ ग्रहण समारोह में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और द्रमुक की कनिमोझी भी मौजूद थीं ।
तृणमूल कांग्रेस द्वारा चुनाव के बाद की जा रही कथित हिंसा के विरोध में कांग्रेस और वाम मोर्चा के नेताओं ने शपथ-ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया। चुनाव के बाद हो रही कथित हिंसा का आरोप लगाते हुए प्रदेश भाजपा के नेता भी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहे। बहरहाल, जेटली ने कहा कि लोकतंत्र की भावना के अनुरूप केंद्रीय मंत्रियों ने कार्यक्रम में शिरकत की।

ममता ने अपनी मंत्रिपरिषद में 42 सदस्यों को जगह दी है। इसमें मुख्यमंत्री सहित 29 कैबिनेट मंत्री हैं, पांच राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं और आठ राज्य मंत्री हैं। जिन प्रमुख चेहरों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें अमित मित्रा, सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, सोभनदेव चट्टोपाध्याय, फरहाद हकीम और शोभन चटर्जी, जो कोलकाता के मेयर हैं, शामिल हैं। महिला मंत्रियों में शशि पांजा, आसिमा पात्रा और संध्यारानी टुडू शामिल हैं। ममता ने 18 नए लोगों को मंत्रिपरिषद में जगह दी है।

शपथ ग्रहण के बाद ममता राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ गईं, जहां पुलिस ने उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया। ममता के सचिवालय में दाखिल होने पर उन पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाई गईं। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने आप को एक आम शख्स समझती हूं। मेरा जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित है।’