शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के कारण संकट में आई महाराष्ट्र सरकार पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने हमला बोला है। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में है तो ठाकरे को सीएम पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
मंगलवार (21 जून, 2022) को अठावले की टिप्पणी एकनाथ शिंदे के करीब 30 विधायकों के साथ गुजरात जाने के कुछ घंटों बाद आई है। उन्होंने मराठी में एक ट्वीट में लिखा, “एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी को झटका दिया है। अब जब महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में है, तो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
शिंदे ने मंगलवार को राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन को राजनीतिक संकट में डाल दिया। वो सूरत के एक होटल में शिवसेना के कुछ विधायकों के साथ पहुंच गए हैं। सोमवार को राज्य विधान परिषद चुनाव में शिवसेना की जीत पर खुशी जाहिर करने के कुछ घंटों बाद एकनाथ शिंदे ने यह कदम उठाया, जिसने सभी को चौंका दिया है। विधान परिषद की 10 सीटों के लिए चुनाव हुआ था, जिसमें बीजेपी के 5, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के 2-2 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें से कांग्रेस के एक उम्मीदवार को छोड़कर बाकी सभी जीत गए।
शिवसेना ने शिंदे के खिलाफ कदम उठाते हुए उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के समूह के नेता के पद से हटा दिया। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे, जिनके पास शहरी विकास और पीडब्ल्यूडी विभाग हैं, को विधानसभा में शिवसेना समूह के नेता के पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह अजय चौधरी को यह पद दिया गया है।
इस बीच, शिंदे ने ट्विटर पर कहा कि वह कभी भी “सत्ता के लिए धोखा नहीं देंगे” और पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाला साहेब ठाकरे द्वारा दी गई शिक्षाओं को नहीं छोड़ेंगे। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने इसे शिवसेना का आंतरिक मामला बताते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे इस राजनीतिक संकट को संभालेंगे।