इस्लामिक स्टेट के कथित हैंडलर फारूक ऊर्फ शफी अरमार ने आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए सेक्स स्लेव का लालच दिया था। बताया जाता है कि उसने परभानी के युवक नासिर चौस को आईएस में शामिल होने के लिए इराक पहुंचने पर सेक्स स्लेव और शहादत के बाद कुंआरी औरतें मिलने का वादा किया था। इसके बाद चौस को तीन स्थानीय लोगों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के पूर्व एसपी को मारने का जिम्मा दिया गया। एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड(एटीएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चौस की ओर दी गई इस जानकारी सहित कई अन्य खुलासों को अगले 15 दिन में चार्जशीट में शामिल कर पेश किया जाएगा। एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”चौस की फारूक से दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई। बाद में फारूक ने चौस से कहा कि वह उससे टेलीग्राम, स्नैपचैट जैसी मैसेंजर ऐप्स के जरिए चैट किया करे। इस बातचीत के दौरान चौस को इराक पहुंचने पर महिला गुलाम और शहादत पर कुंआरी हूर मिलने का लालच दिया गया। फारूक ने रणनीति के तहत उसे परभानी का अमीर भी घोषित किया। चौस इस जाल में फंस गया और उसने तीन और लोगों को शामिल कर लिया। मॉड्यूल बनने के बाद चौस इराक जाने को तैयार था लेकिन फारूक ने उसे भारत में हमला करने और यहां का काम देखने को मना लिया।”
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सूत्रों का कहना है कि एटीएस जल्द ही चार्जशीट फाइल करना चाहती है क्योंकि यह मामला एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया है। इससे एटीएस नाखुश है। महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, ”एनआईए को यह केस अनलॉफुल एक्टीविटीज प्रिवेंशन एक्ट के चलते दिया गया है लेकिन इसमें पूरा काम महाराष्ट्र एटीएस ने किया है और उन्हें ही इसे खत्म करने देना चाहिए। महाराष्ट्र एटीएस के चार्जशीट फाइल करने का फैसला उच्चतम स्तर पर लिया गया है।” हालांकि एनआईए के सूत्रों के अनुसार केस को इसलिए ट्रांसफर किया गया क्योंकि इसमें कॉमन हैंडलर एक ही था।
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया, ”फारूक पहले इंडियन मुजाहिदीन का सदस्य था। वह अपने भाई सुल्तान के साथ अलग हो गया था और उसने अंसार उल तौहिद नाम का संगठन बनाया जो कि आईएस से संबद्ध रखता है। हम पूरे भारत में फैले एक मॉड्यूल की जांच कर रहे हैं। इसका खुलासा इस साल जनवरी में हुआ था और उसका हैंडलर भी फारूक था।”
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इस साल जुलाई और अगस्त के दौरान महाराष्ट्र एटीएस ने परभानी बेस्ड आईएस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इसके तहत परभानी और हिंगोली से मोहम्मद रईसुद्दीन, मोहम्मद सिद्दीकी, इकबाल अहमद कबीर, नासिर चौस और शाहिद खान को गिरफ्तार किया गया। एटीएस का दावा है कि ये लोग औरंगाबाद एटीएस यूनिट पर हमले की तैयारी में थे। साथ ही पूर्व एसपी नवीनचंद्र रेड्डी भी निशाने पर थे। इसी बीच फोरेंसिक लैब ने खान के घर से मिले लॉ इंटेंसिटी आईर्इडी की पुष्टि की है। यह आईईडी माचिस पाउडर, सल्फर, यूरिया, चारकोल और पोटेशियम नाइट्रेट से तैयार किया गया था।