महाराष्ट्र में अजान vs हनुमान चालीसा के मुद्दे पर सत्ताधारी पार्टियां और राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस आमने-सामने हैं। एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे महाराष्ट्र में अपने कार्यकर्ताओं से अपील कर चुके हैं कि जहां भी उन्हें लाउडस्पीकर पर अजान सुनाई दें। वे उससे दुगनी आवाज पर लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसी मुद्दे को लेकर आज तक के शो दंगल में एक डिबेट आयोजित की गई, जिसमें एनसीपी की प्रवक्ता ने राज ठाकरे को महाराष्ट्र छोड़कर हिमालय चले जाने तक की सलाह दी।
एनसीपी प्रवक्ता विद्या चौहान ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के पर हमला बोलते हुए कहा कि राज ठाकरे के लिए अजान और हनुमान चालीसा का मुद्दा किस काम का है। देश में इतनी बेरोजगारी बढ़ गई है। इन्हें इस मुद्दे को उठाना चाहिए। आज वह और भाजपा वाले बाल ठाकरे का वीडियो सभी को दिखा रहे हैं। कुछ दिन पहले शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने बयान दिया था कि जब बाल ठाकरे बीमार थे तो राज ठाकरे उनसे मिलने भी नहीं आए थे और उनकी कोई परवाह नहीं की थी। अब ये उनका बयान दिखाकर क्या करना चाहते हैं?
हिमालय चले जाना चाहिये: आगे उन्होंने कहा कि अजान और हनुमान चालीसा का राजनीति से सीधा क्या मतलब है। यदि इन लोगों को भगवा पहनना ही तो राज ठाकरे को योगी को साथ लेकर हिमालय पर चले जाना चाहिए।
इस पर भाजपा के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने जवाब देते हुए कहा कि पहले तो ये लोग भगवाधारियों को आतंकवादी कहते थे। हिमालय भेजने की बात कह कर तो काफी नरमी दिखाई है। इनकी पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने तो भगवा आतंकवाद की पूरी थ्योरी गढ़ी थी।
आगे उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने से इनकी सरकार खतरे में आ जाती है। राणा दंपति के केस में इनकी सरकार ने सेशन कोर्ट में कहा है अगर वे लोग इनके घर के बहार हनुमान चालीसा पढ़ देते तो इनकी सरकार गिर जाती। मैंने तो सुना है हनुमान चालीसा पढ़ने से लंका में आग लग जाती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ऐसी कौन सी लंका है, जिसमें हनुमान चालीसा पढ़ने से आग लग जाती।