मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार (27 सितंबर) को फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर के घर के बाहर प्रदर्शन किया। एमएनएस से जुड़े एक संगठन ने पाकिस्तानी कलाकारों को हिंदी फिल्म जगत में काम करने पर प्रतिबंध की मांग की थी। जिस पर करण जौहर ने कहा था कि पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना आतंकवाद का हल नहीं है। समाचार एजेंसी एनएनआई के अनुसार पुलिस ने उनके घर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। उरी आतंकी हमले के बाद एनएनएस से जुड़े एक संगठन ने मुंबई में काम करने वाले सभी पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने के लिए कहा था।
जब एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में करण से पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “क्या इससे आतंकवाद खत्म हो जाएगा?” करण जौहर ने कहा कि मैं लोगों के ग़ुस्से और नाराज़गी को समझता हूं लेकिन पाकिस्तान से आने वाले एक्टरों और कलाकारों पर प्रतिबंध लगाना आतंकवाद का हल नहीं है. करण जौहर ने कहा कि जब भी मैं इस तरह की ख़बर देखता हूं ना केवल डर लगता है बल्कि गुस्सा भी आता है। करण की अगले महीने रिलीज होने वाली फ़िल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी अभिनेता फ़वाद ख़ान और इमरान अब्बास भी दिखाई देंगे। एमएनएस ने उनकी फ़िल्म को महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में न चलने देने की धमकी दी है. हालांकि महाराष्ट्र पुलिस ने एनएनएस के कुछ नेताओं को नोटिस दी है कि वो ऐसी गतिविधियों से दूर रहें।
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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) से जुड़े संगठन एमएनएस चित्रपट कर्मचारी सेना के नेता अमीय खोपकर ने 23 सितंबर को कहा था, “हम सभी पाकिस्तानी कलाकारों और एक्टरों को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय देते हैं या उसके बाद एनएनएस उन्हें बाहर फेंक देगी।” पिछले महीने ही शिव सेना ने मुंबई में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम का विरोध किया था जिसके बाद उसे रद्द कर दिया गया था।
Mumbai: MNS worker protesting against Karan Johar outside his residence. Police beef up the security arrangements. pic.twitter.com/eT5JltTuSH
— ANI (@ANI) September 27, 2016
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