500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के बाद अब मंदिरों ने भी कालेधन को लेकर सख्ती शुरू कर दी गई है। कालेधन पर लगाम लगाने की कोशिश के मद्देनजर शुक्रवार को महाराष्ट्र में कई मंदिरों ने अपनी-अपनी दानपेटी को सील कर दिया है। दानपेटी को सील करने का उद्देश्य है कि कोई भी कालेधन या इसी प्रकार का पैसा मंदिर की दानपेटी में ना डाल दे। जानकारी के मुताबिक, मराठवाड़ा के 8 जिलों में स्थित मंदिरों ने इन दानपेटियों को सील किया है, जिन्हें 30 दिसंबर तक इसी तरह बंद रखा जाएगा।

इन जिलों में किए गए सील:

मराठवाड़ा के औरंगाबाद, जालना, नांदेड़, परभणी, हिंगोली के बडे मंदिरों की दान पेटियां सील करने का फैसला किया गया है।जानकारी के मुताबिक सील किए गए दानपात्र 30 दिसंबर तक नहीं खोले जाएंगे। लेकिन श्रद्धालु चालान काटकर नकद रकम मंदिर में जमा कर सकते हैं।

नोटों को जलाए जाने और पानी में बहाने की घटनाएं:

हाल ही में 500 और 1000 के नोटों को पानी में बहाने और जलाए जाने की घटना सामने आ चुकी है। यूपी के बरेली में जहां बोरियों में भरकर लाए गए  500 और 1000 रुपए के नोट जलाए गए थे, वहीं यूपी के मिर्जापुर की गंगा में 1000 के नोट फटे हुए मिलने की खबर है।

गौरतलब है कि मंगलवार को भ्रष्टाचार, कालेधन और जाली नोटों पर लगाम कसने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने एक बड़ा फैसला लिया था। जनता को संबोधित करते हुए मोदी ने घोषणा की थी कि आधी रात के बाद से 1000 रुपए और 500 रुपए के नोट बैध नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा था कि इनकी जगह 500 रुपए और 2000 रुपए के नए नोट लाए जाएंगे और पुराने नोट पोस्ट ऑफिस या बैंक जाकर बदलवाने होंगे।