महाराष्‍ट्र के नगर निकाय चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) को झटका देते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की। 147 नगर परिषद के चुनावों में भाजपा को 52 सीट, शिवसेना को 23, कांग्रेस को 19 और एनसीपी को 16 पर जीत मिली है। अन्‍य उम्‍मीदवारों के खाते में 28 सीटें गर्इ हैं। वहीं 17 नगर पंचायतों के 3510 सदस्‍यों के लिए हुए चुनाव में सत्‍ताधारी भाजपा को 851 सीटें मिली हैं। कांग्रेस के खाते में 643, एनसीपी को 638 और शिवसेना को 514, मनसे को 16, सीपीएम को 12, बसपा को 9, निर्दलीयों को 324, स्‍थानीय गठबंधनों को 384 और बाकियों को 119 सीटों पर जीत मिली है। पांच साल पहले साल 2011 में 147 नगर परिषदों में से 127 में भाजपा कहीं नहीं थी। वहीं नगर पंचायतों में उसे केवल 298 सीट मिली थी जबकि एनसीपी को 916, कांग्रेस को 771 और शिवसेना को 264 पर जीत मिली थी।

भाजपा के पक्ष में नतीजे आने की शुरूआत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजय को गरीब समर्थक और भाजपा की विकास राजनीति की जीत बताया। भाजपा के प्रदर्शन का संज्ञान लेने हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष रावसाहेब दानवे के ‘‘जमीनी स्तर पर कार्य’’ के लिए सराहना की। मोदी ने कहा, ‘‘मैं भाजपा कार्यकर्ताओं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राव साहेब दानवे की सराहना करता हूं। उनके जमीनी स्तर के काम से लोगों ने भाजपा में अपना बहुमूल्य भरोसा जताया है। मैं स्थानीय चुनावों में भाजपा में अपना भरोसा जताने के लिए महाराष्ट्र के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं। यह गरीब समर्थक और भाजपा की विकास राजनीति की जीत है।’’

इन चुनावों से पहले सभी पार्टियों ने इन्‍हें मिनी विधानसभा चुनाव करार दिया था। भाजपा इस जीत को नोटबंदी पर जनता की मुहर भी बता रही है। महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा, ”नतीजे… सरकार के नोटबंदी के जरिए भ्रष्‍टाचार को खत्‍म करने की मुहिम को समर्थन है। कांग्रेस-एनसीपी का नोटबंदी के खिलाफ अभियान नाकाम रहा।” वहीं महाराष्‍ट्र कांग्रेस के अध्‍यक्ष अशोक चव्‍हाण ने भाजपा पर धनबल और बाहुबल का आरोप लगाया। हालांकि उन्होंने कहा कि नतीजों का विश्‍लेषण किया जाएगा।”