हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर जेल पहुंचे राणा दंपत्ति शनिवार (28-मई-2022) को पहली बार अपने गृह जिले अमरावती पहुंचे, जहां उनके कार्यकर्ताओं की ओर से उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उन्हें दूध से भी नहलाया गया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर सरकार की ओर से उन्हें 14 दिन के लिए देशद्रोह के आरोप में जेल बंद कर दिया था, जिसके 36 दिन बाद राणा दंपत्ति अमरावती पहुंचे।
अमरावती में जगह- जगह कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वगात किया गया। इसके साथ राणा दंपत्ति ने सड़क पर कई जगह रूककर कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। वहीं, अमरावती पहुंचने से पहले राणा दंपत्ति ने नागपुर में मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ किया।
बता दें, कल देर रात राणा दंपत्ति अमरावती स्थित अपने आवास पर पहुंचे थे, जहां कार्यकर्ताओं के साथ परिवार के लोगों ने भी उनका भव्य स्वगात किया। पहले उनके स्वागत कार्यक्रम में दुग्ध स्नान शामिल नहीं था, लेकिन बाद में परिवारजनों की ओर से इसे जोड़ा गया। राणा दंपत्ति का दुग्ध स्नान पूरे वैदिक रीति रिवाज से रात 11 बजे से 12 तक चला।
इस दौरान नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “मैं आज करीब 36 दिनों के बाद अपने गृह नगर आई हूं। मुझे यह नहीं समझ आता है। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर इनता डर क्यों है? हमने दिल्ली में हुनमान चालीसा का पाठ किया। वहां हमें सरकार की तरफ से सुरक्षा भी दी गई और बड़ी संख्या में रामभक्तों के जुड़ने से किसी को भी कोई आपत्ति नहीं हुई, तो फिर महाराष्ट्र में राम भक्तों का इतना अपमान क्यों किया जा रहा है।”