Maharashtra Floor Test: महाराष्ट्र में आज शिंदे सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया। सरकार के पक्ष में कुल 164 वोट पड़े। उद्धव ठाकरे के करीबी विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे सरकार के समर्थन में वोट किया। वहीं विपक्ष को 99 वोट मिले। वोटिंग के दौरान 22 विधायक अनुपस्थित थे, जिसमे 10 कांग्रेस के थे।
विश्वास मत के दौरान प्रताप सरनाइक ने एकनाथ शिंदे का समर्थन किया तो विपक्षी विधायकों ने ईडी, ईडी के नारे भी लगाए। प्रताप सरनाइक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी-लॉन्ड्रिंग जांच का सामना करना पड़ रहा है। यामिनी जाधव के वोटिंग के दौरान भी ईडी ईडी के नारे लगाएं गए।
रविवार को स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ था, जिसमे बीजेपी के उम्मीदवार को कुल 164 वोट मिले, जबकि शिवसेना के उम्मीदवार को महज 107 वोट मिले। संजय राउत ने फ्लोर टेस्ट से पहले कहा था कि, “यह (भाजपा और शिंदे गुट का गठबंधन) एक अस्थायी व्यवस्था है, वे लोगों के पास नहीं जा सकेंगे। वे शिवसेना में शेर थे। कसाब के पास भी इतनी सुरक्षा नहीं थी लेकिन जब वे मुंबई पहुंचे तो उनके पास थी। आप किससे डरते हैं?”
वहीं उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि सीएम एकनाथ शिंदे 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में विरोधियों की आवाज सुनने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। हमने देखा है कि सोशल मीडिया पर बयान देने और पोस्ट करने के लिए लोगों को जेल में डाल दिया गया। हमें अपने खिलाफ बोलने वाले लोगों के लिए तैयार रहना चाहिए।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा है की शिंदे सरकार 6 महीने भी नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार अगले 6 महीनों में गिर सकती है। ऐसे में हम सभी को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
वहीं आदित्य ठाकरे ने कहा कि बागी विधायक हमसे आंख नहीं मिला सकते। वहीं शिंदे गुट ने शिवसेना (ठाकरे गुट) के 16 विधायकों को निलंबित करने की याचिका दी है। स्पीकर बनने के बाद राहुल नार्वेकर ने विधानसभा में एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता और भरत गोगावले को मुख्य सचेतक के रूप में मान्यता दी। विधानसभा अध्यक्ष ने अजय चौधरी के विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्ति को खारिज कर दिया।
Maharashtra Floor Test: बीजेपी के राहुल नार्वेकर रविवार को चुने गए थे स्पीकर, फ्लोर टेस्ट में पास हुए शिंदे, पढ़ें पल-पल की अपडेट
वोटिंग दौरान कुल 22 विधायक अनुपस्थित रहे। इसमें कांग्रेस के 10 विधायक- जितेश अंतापुरकर, जीशान सिद्दीकी, प्रणति शिंदे, अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू आवाले, मोहनराव हम्बर्दे और शिरीष चौधरी शामिल हैं।
विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान उद्धव ठाकरे के करीबी विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे सरकार के समर्थन में वोट किया।
विधानसभा में विश्वास मत के दौरान एकनाथ शिंदे को उनके पक्ष में 164 मत मिले। उद्धव ठाकरे के एक करीबी विधायक ने शिंदे को वोट दिया।
संजय राउत ने कहा, "पार्टी कमजोर नहीं होगी, हमारी ऑक्सीजन शक्ति नहीं है। हम इसलिए मजबूत नहीं हैं कि हम सत्ता में हैं, हम मजबूत हैं और इसलिए हम सत्ता में हैं। लोग आते हैं और जाते हैं। उन्होंने हमारी पार्टी में शामिल होने का विकल्प चुना और बाहरी ताकतों के कारण चले गए। हम गांवों में जाएंगे, अन्य कार्यकर्ता ढूंढेंगे।"
संजय राउत ने कहा, "यह (भाजपा और शिंदे गुट का गठबंधन) एक अस्थायी व्यवस्था है, वे लोगों के पास नहीं जा सकेंगे। वे शिवसेना में शेर थे। कसाब के पास भी इतनी सुरक्षा नहीं थी लेकिन जब वे मुंबई पहुंचे तो उनके पास थी। आप किससे डरते हैं?"
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के मुख्य सचेतक भरत गोगावाले ने विधानसभा अध्यक्ष को व्हिप के उल्लंघन के आरोप में पार्टी के 16 विधायकों को निलंबित करने की याचिका दी है। 16 विधायकों को निलंबन के लिए नोटिस जारी किया जाएगा, स्पीकर के कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है।
शिवसेना ने आज दोपहर मुंबई के शिवसेना भवन में अपने सभी जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई है।
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उनके साथ देवेन्द्र फडनवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। रविवार को स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ, जिसमे बीजेपी के राहुल नार्वेकर ने जीत हासिल की। शिंदे शिवसेना के 39 विधायकों के साथ अलग हो गए थे। आज शिंदे सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित किया।