महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे के मस्जिदों से लाउडस्पीकर न हटाने पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी के बाद राज्य में सियासत गरमाई हुई है। इस बीच, ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान करने वाली अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और बडनेरा से विधायक रवि राणा ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक तरफ, रवि राणा और नवनीत राणा अपने ऐलान पर कायम हैं जबकि दूसरी तरफ, उनके घर के बाद शिवसैनिकों का हंगामा जारी है। राजनीति में आने से पहले नवनीत राणा दक्षिण भारतीय फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं।

नवनीत राणा विजयकांत, जूनियर एनटीआर और ममूटी जैसे दिग्गज एक्टर्स के साथ काम चुकी हैं। नवनीत राणा सात भाषाओं पर अच्छी पकड़ रखती हैं। योगगुरु रामदेव से उनकी मुलाकात के बाद नवनीत राणा की जिंदगी में बड़ा बदलाव आया। कहा जाता है कि रवि राणा से उनकी मुलाकात बाबा रामदेव के योग शिविर में हुई थी, जिसके बाद दोनों ने बाबा रामदेव की स्वीकृति के बाद इस रिश्ते को आगे बढ़ाया और 2011 में एक सामूहिक विवाह समारोह में शादी की।

रवि राणा के 2014 से पहले केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के खिलाफ रामदेव द्वारा नियोजित विभिन्न आंदोलनों का नेतृत्व करने के बावजूद, 2014 के लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा यूपीए के घटक एनसीपी से शिवसेना के मौजूदा सांसद आनंदराव अडसुल के खिलाफ टिकट पाने में कामयाब रही थीं। हालांकि, ये टिकट राणा दंपति को महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना सरकार का समर्थन करने से भी नहीं रोक सका। इस चुनाव में नवनीत राणा को हार का सामना करना पड़ा था।

वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा ने एक बार फिर किस्मत आजमाई। अबकी उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ा और जहां एनसीपी ने उनका समर्थन किया। इस चुनाव में नवनीत राणा को जीत मिली और इस तरह वह अमरावती से सांसद चुनी गईं।

क्या है ताजा मामला?

राज ठाकरे के ऐलान के बीच, अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने अपने पति व विधायक रवि राणा एवं समर्थकों के साथ शिवसेना चीफ और सीएम उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने का ऐलान किया था। इसके बाद, शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ता सांसद नवनीत राणा के घर के बाहर जमा हो गए और जमकर हंगामा किया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भी शिवसैनिकों को समझाने में नाकाम रहे।