नागपुर की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक सरकारी वकील ने जज को ही पीट दिया। इसके बाद वकील ने जान देने की भी कोशिश की। यह मामला जज द्वारा उसके पिता के खिलाफ फैसला सुनाए जाने के बाद सामने आया। लेकिन वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने वकील को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। वकील की पहचान दीपेश पराटे के तौर पर हुई है। वह बीते तीन साल से असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसीक्यूटर के तौर पर सरकार की तरफ से तैनात है।
दरअसल, मामला बुधवार(26 दिसंबर) का है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की छठी मंजिल पर सीनियर डिस्ट्रिक्ट और सेशन कोर्ट जज किरन देशपांडे लिफ्ट का इंतजार कर रहे थे। बताया गया कि यहीं पर वकील ने देशपांडे को पराटे ने गालियां दी और कई थप्पड़ मारे। इसके बाद वकील ने खुद की भी जान देने के लिए बिल्डिंग से कूदने का प्रयास किया। हालांकि वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों द्वारा वकील को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया।
असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसीक्यूटर दीपेश पराटे ने जज देशपांडे द्वारा फैसला खिलाफ सुनाने के बाद घटना को अंजाम दिया। केस पराटे के पिता का था। जो जमीनी विवाद का मामला है। वकील के पिता मदनलाल पराटे भी वकील हैं। मदनलाल ने ही याचिका दाखिल की थी। जिसमें उनके चचेरे भाई से जमीन को लेकर विवाद है। वहीं, मामले पर जज को पीटने वाले वकील के जूनियर ने बताया कि पराटे जज द्वारा फैसला खुद के खिलाफ सुनाए जाने से परेशान थे।
मामले के बाद जज देशपांडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जज ने शिकायत में कहा कि, वकील द्वारा कई थप्पड़ मारे गए, जिसके कारण कान में दिक्कत हो गई है। पुलिस ने इस मामले में वकील के खिलाफ धमकी, सरकारी अधिकारी पर हमला, सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। पराटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।