Maharashtra News: वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के साथ शिवसेना (Shiv Sena) के गठबंधन के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली शुरू हो गई है। वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) पर भाजपा के साथ होने का आरोप लगाया है। उनके इस बयान के बाद महाविकास अघाड़ी गठबंधन को लेकर भी चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं।
प्रकाश अंबेडकर के बयान की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने निंदा की है, तो कांग्रेस ने कहा कि वीबीए शिवसेना (UBT) के साथ गठबंधन में है ना कि महा विकास अघाड़ी के साथ। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीबीए के साथ गठबंधन को मंजूरी दे दी है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से प्रकाश अंबेडकर के साथ गठबंधन की बात की थी और वे वीबीए के महा विकास अघाड़ी में शामिल होने से खुश है। इसके साथ ही उन्होंने प्रकाश अंबेडकर के बयान से असहमति जताई है।
प्रकाश अंबेडकर के बयान से संजय राउत ने जताई असहमति
संजय राउत हाल ही में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी से मिले थे। राउत की यह प्रतिक्रिया अंबेडकर और महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रमुख नाना पटोले के बयानों के बाद आई है। पटोले ने कहा कि वीबीए एमवीए का हिस्सा नहीं है, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन में हमें। हमें एमवीए में वीबीए को शामिल करने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार को लेकर प्रकाश अंबेडकर के बयानों से संजय राउत ने असमहति जताई है। उन्होंने कहा कि एमवीए में सभी को अपने सदस्यों के बारे में टिप्पणी करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “ऐसे समय में किसी को भी इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए, जबकि एनसीपी प्रमुख ने भाजपा को टक्कर देने के लिए तीसरा मोर्चा खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी। वह तीसरे मोर्चे के स्तंभ हैं।”
क्या बोले थे प्रकाश अंबेडकर
प्रकाश अंबेडकर ने एक टीवी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा था, “आज भी शरद पवार बीजेपी के साथ हैं। 2019 में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तीन-चार दिन बाद एक अखबार में छपे इंटरव्यू में अजीत पवार के हवाले से कहा गया कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि लोग उन पर दोष क्यों मढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी ने तय किया है। मैं सबसे पहले जाने वाला था … यह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तय किया गया था।”
एनसीपी प्रवक्ता महेश तापसे ने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वीबीए के साथ गठबंधन करने के बाद शिवसेना को यह देखना चाहिए कि एमवीए नेताओं के बारे में ऐसी कोई बयानबाजी न हो। हम अपने नेता के खिलाफ इस तरह के किसी भी बयान को मंजूर नहीं करेंगे। हमें उम्मीद है कि शिवसेना वीबीए के साथ इस मुद्दे को पूरी गंभीरता के साथ उठाएगी।”