उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 20 की पुलिस ने मुंबई से एक शख्स, उसकी पत्नी और उसके बेटे को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है। बता दें, इस शख्स पर आरोप लगा है कि उसने गलत तरीके से लगभग 285 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी पाने के लिए अपनी मरी हुई मां को ऑन पेपर जिंदा दिखाया था। बता दें, इस शख्स के खिलाफ उसके ही भाई ने पुलिस में शिकायत की थी। ये शख्स मुंबई का एक कारोबारी है। पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रेदश के सूरजपुर कोर्ट ने विजय गुप्ता की शिकायत पर सुनिल गुप्ता, उसकी पत्नी और उसके दोनों बेटों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए कहा था। अपनी शिकायत में विजय ने कहा है कि उनकी मां का निधन सात मार्च 2011 में मुंबई में हुआ था।
एफिडेविट में मां को बताया जिंदा-
विजय ने अपनी शिकायत में कहा, ‘मार्च 2011 में मेरे भाई सुनील ने एक एफिडेविट में हमारी मां को जिंदा बताकर उनकी प्रॉपर्टी, जेवरात, उनके फंड एवं अन्य चिजों को अपने नाम पर करवा लिया। ये पूरा ट्रांसफर उनके जान पहचान वाले लोगों के सामने हुआ। बता दें, कंपनी में दोनों भाइयों के बराबर-बराबर के शेयर हैं। जिसमें दो ऑफिस हैं। एक मुंबई में जिसे सुनिल चलाता है और दूसरा नोएडा के सेक्टर 15A में है जिसे विजय मैनेज करता है।
विजय ने अपने भाई सुनिल पर लगाए गंभीर आरोप-
शिकायत में विजय ने कहा है कि सुनिल ने कंपनी के अकाउंट से अपने दोस्त के खाते में पैसे डलवाए हैं और उसने कई झूठे बिल बनवाकर कंपनी का काफी नुकसान करवाया है। विजय ने कहा कि जब उनकी मां का निधन हो गया था तब से ही सुनिल ने फर्जीवाड़ा करना शुरु कर दिया था। वहीं पुलिस के मुताबिक ये पूरा फर्जीवाड़ा लगभग 285 करोड़ का है। विजय ने अपने भाई पर आरोप लगाते हुए कहा है कि 22 अक्टूबर को उसे तीन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी। विजय ने अपने भाई पर जान से मारने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने इस पूरे मामले को धारा (420, 467, 468, 471, 323, 506, 504) के तहत दर्ज किया है। इस पूरे मामले पर नोएडा सेक्टर 20 के SHO मनोज कुमार ने कहा है कि सुनिल, ‘उसकी पत्नी राधा और उसका बेटा अभिषेक इन तीनों ही लोगों को हमारी टीम ने नवी मुंबई वाले घर से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उन्हें नोएडा लाया गया। उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और बाद में जेल भेज दिया गया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘पुलिस इस मामले में सुनिल के दूसरे बेटे को पकड़ने की कोशिश कर रही है।’

