महाराष्ट्र में एक माता पिता ने अपने बेटे की मौत के ऐवज में मुआवजे के तौर पर मिले 27 लाख रुपयों से गरीब बच्चों की मदद करने का ऐलान किया है। दंपति के 21 वर्षीय बेटे की मौत साल 2018 में एक सड़क हादसे में हो गई थी। बेटे की मौत के बाद मुआवजे के तौर पर उन्हें 27 लाख 30 हजार रुपये मिले हैं। उन्होंने तय किया है कि इस रकम का इस्तेमाल वह गरीब और जरूरतमंद आदिवासी बच्चों की पढ़ाई व अन्य सुविधाओं के लिए करेंगे। बताते चलें कि ठाणे मोटर एक्सिडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल में शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई हुई।
सड़क हादसा मुंबई के भांडुप इलाके में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर हुआ था। युवक की कार एकाएक डिवाइडर से टकरा गई थी और उछलकर दूसरी लेन में चली गई थी। जहां कार विपरित दिशा से आ रहे कंटेनर ट्रक से तेजी से टकरा गई थी। मोटर एक्सिडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल (MACT) के सदस्य और जिला जज आर एन रोकाडे के हस्तक्षेप के बादन मृतक के माता पिता को 27 लाख 30 हजार रुपये मुआवजे के तौर पर, बीमा कंपनी की तरफ से मिले थे। बुजुर्ग दंपति अपनी-अपनी नौकरी से रिटायर हो चुके हैं।
MACT के सामने बुजुर्ग दंपति के वकील ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे की याद में एक ट्रस्ट बनाया है, जहां गरीब और जरूरतमंद बच्चों को उनकी शिक्षा के साथ- साथ खेल गतिविधियों के लिए भी मदद की जाएगी। वहीं दंपति का कहना है कि हमें अपने बेटे को खोने का बेहद दुख है लेकिन हम उसके नाम से समाज को कुछ वापस देना चाहते हैं, इसलिए ही ट्रस्ट बनाया है ताकि गरीब और जरूरतमंदों की मदद कर सकें।
इससे पहले बुजुर्ग दंपति ने अपने बेटे की मौत के बाद उसकी आंखें भी दान की थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एमएसीटी सदस्य रोकाडे ने लोक अदालत के दौरान 180 दुर्घटना दावों का निपटारा किया।