महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को बड़ा झटका लगा है। एनसीपी के मुंबई प्रमुख सचिन अहीर शिवसेना में शामिल हो गए हैं। पार्टी की तरफ से इसे बड़ी उपलब्धि की तरह देखा जा रहा है।

सचिन अहीर बृहस्पतिवार को उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हुए। एनसीपी छोड़ने वाले 47 वर्षीय पूर्व विधायक ने कहा कि राजनीति में कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। अहीर के शिवसेना में शामिल होने से मुंबई में शिवसेना के कमजोर होने की बात कही जा रही है।

यहां कैडर आधारित शिवसेना और एनसीपी के बीच मुकाबला काफी कड़ा रहता है। हालांकि, यहां दशकों से दोनों दलों के बीच प्रतिद्वंद्विता रही है। ऐसे में शिवसेना के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। सचिन अहीर के शिवसेना में शामिल होने पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम सचिन अहीर का प्रयोग मुंबई ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र भर में प्रचार के लिए करेंगे।


बताया जा रहा है कि सचिन के बाद कई अन्य नेता शिवसेना में शामिल होने के लिए बात कर रहे हैं। इन नेताओं में पूर्व शिव सेना नेता छगन भुजबल भी शामिल हैं। भुजबल अभी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में हैं। बताया जा रहा है कि भुजबल पार्टी में शामिल होना चाहते हैं लेकिन शिवसेना उन्हें अपनी पार्टी में वापिस लेने को तैयार नहीं है।

इससे पहले छगन भुजबल 25 साल तक शिवसेना में रह चुके हैं। उन्होंने इसके बाद एनसीपी का दामन थाम लिया था। भुजबल उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने शिवसेना सुप्रीम रहे बाला साहेब ठाकरे की गिरफ्तारी का निर्णय लिया था। छगन की वापसी पर रोक के लिए कई शिवसेना नेताओं ने उद्धव ठाकरे को सलाह दी है।