महाराष्ट्र में हाल में हुए MLC चुनाव में महा विकास अघाड़ी को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को हुए एमएलसी चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति को 11 में से नौ सीटों पर जीत हासिल हुई है। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उत्साह से लबरेज दिखाई दे रहे MVA के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के छह विधायकों ने सत्ताधारी गठबंधन के पक्ष में वोट किया है। MLC चुनाव परिणाम यह भी दर्शाते हैं कि शरद गुट की तरफ से किए जा रहे अजित पवार कैंप के विधायकों की घर वापसी से दावे गलते हैं।
इसे अजित पवार के लिए एक बड़ा बूस्ट माना जा रहा है। अजित पवार की पार्टी बीते लोकसभा चुनाव में चार सीटों में से सिर्फ एक सीट पर जीत सकी। यह राज्य के छह प्रमुख दलों में सबसे कम संख्या है। MLC चुनाव में अजित पवार ने दिखाया है कि वो एनसीपी के विधायक उनके साथ हैं जबकि एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों पर अपनी पकड़ दर्शायी है।
कांग्रेस को लगा बड़ा झटका!
MLC चुनाव नतीजों ने कांग्रेस की उस खुशी को खत्म कर दिया जो उसे लोकसभा चुनाव परिणाम ने दी थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी सबसे 13 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि बीजेपी सिर्फ 9 सीटों पर आगे रही।
महाराष्ट्र में निर्दलीय विधायकों के समर्थ के साथ बीजेपी के MLAs की संख्या 111 थी। बीजेपी ने चुनाव में पांच उम्मीदवार उतारे थे, ये सभी जीतने में सफल रहे। शिंदे सेना के पास 38 विधायक हैं और उसने दावा किया कि उसके साथ प्रहर जनशक्ति पार्टी के दो और सात निर्दलीयों का सभी समर्थन था। चुनाव में उसके दोनों प्रत्याशियों की जीत हुई। यह दर्शाता है कि उसे दो एक्स्ट्रा वोट मिले।
इसी तरह अजित पवार की एनसीपी के पास 39 विधायक हैं। उन्होंने तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा किया था। चुनाव में उनके दोनों प्रत्याशी जीते, यह संकेत देता है कि उन्हें पांच ज्यादा वोट मिले। MLC चुनाव के नतीजे यह भी संकेत देते हैं कि महाराष्ट्र नवनिर्माण (1), राष्ट्रीय समाज पार्टी (1), निर्दलीय और यहां तक कि समाजवादी पार्टी (2) और AIMIM (2) ने भी सत्ताधारी गठबंधन के लिए वोट किया।
नाना पटोले ने मानी क्रॉस वोटिंग की बात
क्रॉस वोटिंग की बात मानते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी के चीफ नाना पटोले ने कहा कि हम छह विधायकों की पहचान कर ली है, जिन्होंने व्हिप के बाद भी क्रॉस वोटिंग की। इस बारे में एक डिटेल रिपोर्ट पार्टी हाई कमान को सौंपी जाएगी और सभी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस यह इंतजार नहीं करेगी कि कमेटी इस मसले में यह तय करे कि क्या एक्शन लेना है।
कांग्रेस पार्टी के लिए ज्यादा चिंताजनक ये है कि उसके 37 विधायकों में से चार के लिए यह चर्चा है कि वो अजित पवार की पार्टी के संपर्क में हैं। सूत्रों की मानें तो दो अन्य विधायक जिन्होंने क्रॉस वोट किया वो अशोक चव्हाण के करीबी हैं। अशोक चव्हाण जब कांग्रेस में थे, तब महाराष्ट्र के सीएम रह चुके हैं। इस समय वह बीजेपी की तरफ से राज्यसभा के सदस्य हैं।
कांग्रेस पार्टी के अलावा MLC चुनाव के परिणाम शरद पवार गुट के लिए भी बड़ा झटका माने जा रहे हैं। अपने भतीजे को झटका देने की कोशिशों में लगे शरद पवार ने MVA की तरफ से तीसरा उम्मीदवार खड़ा करके सभी 11 सीटों पर मुकाबला करवा दिया था। MLC चुनाव में शरद गुट ने पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी के जयंत पाटिल को समर्थन किया था। मजेदार बात है कि जिस अजित पवार की पार्टी के विधायकों के पाला बदलने की बात हो रही थी, उसमें से किसी भी क्रॉस वोट नहीं किया।