कैश की कमी से जूझ रही महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने शिरडी की साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट की मदद ली है और एक अधूरे काम को पूरा करने के लिए ट्रस्ट से 500 करोड़ रुपए की रकम उधार ली है। जिस विकास कार्य के यह रकम उधार ली गई है, उसके तहत महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है, जिसके पूरा होते ही अहमदनगर जिले की अधिकतर तहसीलों में पीने के पानी की समस्या दूर हो जाएगी। कैश की कमी से जूझ रही महाराष्ट्र सरकार ने ही साईँबाबा मंदिर ट्रस्ट से लोन देने की अपील की थी, ताकि सिंचाई प्रोजेक्ट को जल्द पूरा किया जा सके। गौरतलब है कि इस सिंचाई प्रोजेक्ट के पूरा होने पर शिरडी में भी पानी की समस्या दूर हो जाएगी और यहां आने वाले लाखों भक्तों को इसका फायदा मिलेगा।
सरकार द्वारा लोन की मांग पर साईंबाबा मंदिर की ट्रस्ट ने इस लोन को मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट के चेयरपर्सन भाजपा नेता सुरेश हवारे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, ट्रस्ट द्वारा सरकार को यह लोन पूरी तरह से ब्याजमुक्त दिया गया है और इसे लौटाने के लिए कोई समय-सीमा भी तय नहीं की गई है। इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि मंदिर प्रशासन द्वारा सरकार को इतनी बड़ी संख्या में लोन दिया गया है। लोन की रकम दो किस्तों में जारी की जाएगी। साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट और गोदावरी-मराठवाड़ा सिंचाई प्रोजेक्ट के बीच एमओयू साइन हो चुका है।
अधिकारियों के अनुसार, यह सिंचाई प्रोजेक्ट पिछले काफी समय से अटका हुआ है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1200 करोड़ रुपए है। जिसमें से 500 करोड़ रुपए साईँबाबा मंदिर ट्रस्ट द्वारा दिए जाएंगे। वहीं वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट अपने बजट में से 300 करोड़ रुपए इस साल देगा। वहीं विभाग द्वारा 400 करोड़ रुपए अगले साल दिए जाएंगे। माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट अगले दो साल में पूरा हो जाएगा। बता दें कि शिरडी के साईंबाबा के मंदिर में रोजाना 70 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। त्योहारों पर यह संख्या 3.5 लाख तक पहुंच जाती है। शिरडी मंदिर के कोष में 2100 करोड़ रुपए की रकम है। मंदिर की रोजाना की कमाई 2 करोड़ रुपए है और वार्षिक कमाई 700 करोड़ है। शिरडी की साईंबाबा मंदिर ट्रस्ट देश के सबसे अमीर मंदिर ट्रस्ट में से एक एक है।