महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत सिर्फ़ चार घंटे के लिए गायब हुए थे लेकिन जब सोमवार रात 8.45 बजे उनका विमान पुणे एयरपोर्ट पर वापस उतरा, तब तक उनके लापता होने की सूचना फैल चुकी थी। पुणे पुलिस उनके संभावित अपहरण की जांच करने में जुटी हुई थी और उनके पिता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित राज्य मशीनरी को भी अपने साथ जोड़ लिया था – यह सब उन्हें वापस लाने के प्रयास में।

सोमवार को शाम 4.30 बजे महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अब शिवसेना एमएलसी तानाजी सावंत के दो बेटों में से छोटे 32 वर्षीय ऋषिराज सावंत अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक के लिए चार्टर्ड फ्लाइट से रवाना हुए। कुछ ही मिनटों बाद, पुणे सिटी पुलिस ने जेएसपीएम नरहे टेक्निकल कैंपस के एक कर्मचारी की शिकायत के आधार पर अपहरण के आरोपों के तहत एक एफआईआर दर्ज की जो सावंत परिवार द्वारा संचालित जयवंत शिक्षण प्रसारक मंडल (जेएसपीएम) ट्रस्ट का हिस्सा है।

अपहरण का मामला दर्ज होने के एक घंटे बाद, सावंत ने बताया कि उनके बेटे का पता चल गया

शहर के सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में कर्मचारी ने दावा किया कि संस्थान के निदेशक ऋषिराज को स्विफ्ट कार में कथित तौर पर अगवा कर लिया गया है। मामला जल्द ही क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया। अपहरण का मामला दर्ज होने के एक घंटे से भी कम समय बाद, सावंत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर घोषणा की कि उनके बेटे का पता लगा लिया गया है।

पायलट को लगा फेक है मैसेज

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे को बैंकॉक ले जा रहे विमान के पायलटों को जब बीच रास्ते में पुणे लौटने के लिए कहा गया तो उन्होंने सोचा कि यह एक ‘फर्जी’ संदेश है, लेकिन विमानन अधिकारियों से पुष्टि के बाद उन्होंने ऐसा किया। एयरलाइंस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। निजी कंपनी द्वारा संचालित विशेष विमान ऋषिराज सावंत (32) और उनके दो दोस्तों को लेकर सोमवार को रात आठ बजे से साढ़े आठ बजे के बीच पुणे हवाई अड्डे पर लौट आया, जिससे बैंकॉक की उनकी यात्रा नहीं हो पाई।

बिना परिवार को बताए ट्रिप पर चला गया ऋषिराज

ऋषिराज सावंत ने अपनी इस यात्रा के बारे में अपने पिता तानाजी सावंत और परिवार को नहीं बताया था। तानाजी सावंत महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और फिलहाल सत्तारूढ़ शिवसेना के नेता हैं। एयरलाइन का संचालन करने वाली कंपनी के कार्यकारी अधिकारी ने बुधवार को जोर देकर कहा कि विमान को पुणे की ओर मोड़ने का निर्णय उचित सत्यापन के बाद ही लिया गया था। पुलिस ने नाटकीय घटनाक्रम में, एक अज्ञात व्यक्ति की तरफ से फोन कॉल पर सूचना मिलने और तानाजी सावंत के दखल के बाद अपहरण का मामला दर्ज किया और बैंकॉक जा रहे ऋषिराज सावंत और उनके दो दोस्तों को जल्दबाजी में पुणे वापस लाया गया।

हालांकि बाद में सावंत ने दावा किया था कि यह उनकी बिजनेस ट्रिप थी, जिसे उन्होंने सीक्रेट रखा था। एयरलाइन के अधिकारी ने कहा, ‘‘जब हमें (परिवार के सदस्यों की ओर से) उड़ान वापस लाने के संबंध में पहला फोन कॉल आया तो हमने इस पर विश्वास नहीं किया। हम इस तरह के फोन पर विश्वास नहीं कर सकते क्योंकि वे फर्जी हो सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से उचित सत्यापन और यह जानने के बाद कि मामला पुलिस द्वारा जांच किए जा रहे अपहरण के मामले से संबंधित है, तो उन्होंने उड़ान को वापस पुणे लाने का फैसला लिया गया।’’

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बीच रास्ते से एयरलाइंस ने वापस बुलाई फ्लाइट

उन्होंने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने उड़ान को बीच रास्ते से वापस लाने के फैसले के लिए विमानन कंपनी की सराहना की है। अधिकारी ने कहा कि यह शायद अपनी तरह का पहला मामला है जिसमें किसी यात्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होने का हवाला देकर उड़ान को बीच रास्ते से वापस बुला लिया गया।

अधिकारी ने बताया कि जब विमान को पुणे हवाई अड्डे पर लौटाने के लिए कहा गया, तब वह केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर (श्री विजयपुरम) के ऊपर से उड़ रहा था और विमान में सवार तीन लोगों को मार्ग परिवर्तन के बारे में सूचित नहीं किया गया था ताकि पायलटों एवं चालक दल के सदस्यों के साथ हंगामे या किसी भी तरह के बहस से बचा जा सके।

यात्रियों को नहीं बताया वापस पुणे जा रही फ्लाइट

उन्होंने कहा, ‘‘यात्रियों के सामने नक्शे और नेविगेशन दिखाने वाली स्क्रीन पहले से ही बंद थी और उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनका विमान उनकी जानकारी के बिना ही पुणे लौट रहा है। वे खाना खाने के बाद आराम कर रहे थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद यात्री (ऋषिराज) और दो अन्य लोग हैरान थे और उन्होंने पायलटों से गुस्से में सवाल पूछे।

‘पायलट-इन-कमांड’ ने उन्हें बताया कि वे केवल निर्देशों का पालन कर रहे थे।’’ अधिकारी के अनुसार, विमान के पुणे हवाई अड्डे पर पहुंचते ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान तुरंत अंदर गए और यात्रियों को विमान से बाहर ले आए।

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पिता ने दर्ज किया था किडनैपिंग का केस

पुणे पुलिस को सोमवार को शाम करीब चार बजे एक गुमनाम व्यक्ति का फोन कॉल आया था, जिसने दावा किया था कि कुछ अज्ञात लोग ऋषिराज सावंत को ले गए हैं। तानाजी सावंत घबराए हुए मदद के लिए पुलिस आयुक्त के दफ्तर पहुंचे, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला है कि ऋषिराज सावंत ने अपने दो दोस्तों के साथ अपने परिवार को बताए बिना बैंकॉक के लिए एक चार्टर्ड विमान बुक किया था।

ऋषिरात सावंत ने बाद में पुलिस को बताया कि उन्होंने परिवार के गुस्से से बचने के लिए अपनी यात्रा गुप्त रखी थी। पुणे वापस आकर, ऋषिराज ने पुलिस को बताया कि उसने एक “बिजनेस ट्रिप” के लिए फ्लाइट बुक की थी। उसने यह भी बताया कि वह एक हफ़्ते पहले दुबई गया था और उसे डर था कि उसका परिवार “लगातार विदेश यात्रा” को मंजूरी नहीं देगा, इसलिए उसने अपने परिवार को इस बारे में नहीं बताया। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स

(भाषा के इनपुट के साथ)