महाराष्ट्र के पुणे शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी एक जगह पर वीडियो बनाने को लेकर महिला डांसर समेत चार लोगों पर केस हो गया है। दरअसल, यह पूरा मसला लाल महल पर भारतीय लोक नृत्य लावणी की शूटिंग करने के आरोप से जुड़ा है, जिसमें एक महिला कलाकार और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एक्शन हुआ।
समाचार एजेंसी पीटीआई को शनिवार (21 मई, 2022) को एक अफसर ने इस बाबत बताया कि पाटिल और तीन अन्य के खिलाफ लाल महल के चौकीदार की शिकायत पर शुक्रवार रात फराशखाना थाने में मामला दर्ज किया गया। लाल महल शहर के बीचो-बीच लाल रंग की इमारत है, जहां मराठा योद्धा शिवाजी महाराज ने अपने बचपन के कई वर्ष गुजारे थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, ”वैष्णवी पाटिल ने सोमवार को लाल महल में लावणी नृत्य की प्रस्तुति दी और उनके साथ मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बनाया, जिसे उन्होंने बाद में सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया। उस समय ड्यूटी कर रहे चौकीदार की शिकायत में कहा गया है उसने उन्हें स्मारक के परिसर में नृत्य नहीं करने और वीडियो नहीं बनाने के लिये कहा।”
अधिकारी के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 और 186 के तहत मामला दर्ज किया गया है। लावणी महाराष्ट्र का लोकप्रिय लोक नृत्य है, जिसमें कामुक भावभंगिमाओं की अधिकता होती है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) समेत कुछ राजनीतिक संगठनों ने डांस से जुड़े वीडियो की निंदा की, जिसके चलते नृत्यांगना वैष्णवी पाटिल को माफी मांगनी पड़ी।
महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा के नेता जितेंद्र अव्हाड ने घटना की निंदा की। उन्होंने ट्वीट किया, ”शिवाजी महाराज का लाल महल नृत्य की वीडियो शूट करने के लिये नहीं है। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिये। यदि किसी ने ऐसा किया है (नृत्य का वीडियो बनाया हो), तो उसे अपलोड न करें।” वीडियो को लेकर विवाद खड़ा होने के बाद पाटिल ने शुक्रवार को माफी मांग ली।