Shivaji Remark Row: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के धड़े के शिवसेना (Shivsena) विधायक संजय गायकवाड़ ने मांग की है कि छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) को लेकर की गयी टिप्पणी के मामले में महाराष्ट्र (Maharshtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) को राज्य से बाहर कर दिया जाए। बुलढाणा विधानसभा (Buldhana Assembly) क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गायकवाड़ ने दावा किया कि कोश्यारी ने मराठा साम्राज्य के संस्थापक के बारे में पहले भी विवादित बयान दिए थे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने शनिवार को एक बयान देते हुए नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) की तुलना छत्रपति शिवाजी से कर दी थी। उन्होने कहा था कि कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श हैं। अब नितिन गडकरी आदर्श हैं। उनके बयान के बाद सभी तरह से आलोचना की जाने लगी। संजय गायकवाड़ ने कहा कि राज्यपाल को यह समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों की कभी उम्र नहीं होती और उनकी तुलना दुनिया के किसी अन्य महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती। केंद्र में भाजपा नेताओं से मेरा अनुरोध है कि एक व्यक्ति जो राज्य के इतिहास को नहीं जानता है और यह कैसे काम करता है इसे कहीं और भेजा जाए।
राज्यपाल ने औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता गडकरी और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को डी. लिट डिग्री प्रदान करने के के दौरान मंच से बोलते हुए कहा था कि जब हम स्कूल में थे तो हमसे पूछा जाता था कि स्कूल में हमारा रोल मॉडल कौन है। उस समय हम छात्र वही कहते थे जो हमें अच्छा लगता था। यानी कुछ लोग सुभाष चंद्र को पसंद करते थे, कुछ नेहरू को, कुछ गांधीजी को।
जिसे जो अच्छा समझता था, उसी का नाम लेता था। आज अगर आपको आदर्श तलाशने हैं तो बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आप महाराष्ट्र में ही अपने आदर्श पा सकते हैं। अगर कोई आपसे पूछता है कि आपके नायक कौन हैं, तो मुझे लगता है कि आप इसे यहां प्राप्त कर सकते हैं। शिवाजी पुराने समय के आदर्श हैं। मैं एक नए युग की बात कर रहा हूं। डॉ अंबेडकर से यहां तक नितिन गडकरी भी आपको यहां मिल जाएंगे।
शिवसेना ने भी किया विरोध
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बाद शिवसेना ने उनके इस बयान की कड़ी आलोचना की थी। उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि राज्यपाल महोदय ने हमेशा महापुरुषों को अपमानित करने का काम किया है। इन्हें तत्काल महाराष्ट्र के बाहर भेज देना चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के न सिर्फ आराध्य देव हैं बल्कि हम सबके प्रेरणास्रोत हैं। वह हमेशा हम सबके हीरो रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय की मान ले तो भगवान राम और भगवान कृष्ण भी पुराने हो गए हैं। तो क्या हम नए भगवान को चुन लें? उन्होंने कहा कि राज्यपाल का बयान सर्वथा निंदनीय है।