Maharashtra Assembly Elections 2019: महाराष्ट्र में बहुमत के बावजूद सरकार एनडीए की सरकार नहीं बन पा रही है। सीएम पद को लेकर बीजेपी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena Alliance) की तकरार के चलते दोनों में करार नहीं हो पा रहा है। इस बीच शिवसेना की तरफ से तीखी बयानबाजी का दौर जारी है। शिवसेना की तरफ से सांसद और पार्टी मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक संजय राउत (Sanjay Raut) ने बागडोर संभाल रखी है। इसी सिलसिले में राउत ने अब कवि दुष्यंत की कविता ट्वीट किया है।
यह है राउत का बयान: राउत ने साफ-साफ शब्दों में ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा। महाराष्ट्र की राजनीति का चेहरा बदल रहा है, आप देखेंगे। आप जिसे हंगामा कह रहे हैं वो वास्तव में हंगामा नहीं है, बल्कि यह इंसाफ और अधिकारों की लड़ाई है। हमारी जीत होगी।’ संजय राउत के इस बयान के साथ ही यह भी साफ हो गया है कि सूत्रों के हवाले से सामने आईं शिवसेना के रुख में नरमी की खबरें गलत थीं। सोमवार (4 नवंबर) को मीडिया में खबरें आई थीं कि शिवसेना मुख्यमंत्री पद की जिद छोड़ने को तैयार हो गई है। इसके बदले 17 मंत्री पद मांगे जाने की खबर सामने आई थी।
Hindi News Today, 05 November 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम नहीं: गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को ही महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे आ गए थे। इस चुनाव में एक तरफ बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन किया था, वहीं कांग्रेस-एनसीपी ने भी गठबंधन में ही चुनाव लड़ा था। 288 सीटों वाली विधानसभा में फिलहाल बीजेपी के पास 105 सीटें हैं, वहीं शिवसेना 56 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। यहां शरद पवार की एनसीपी 54 सीटों के साथ तीसरे और कांग्रेस 44 विधायकों के साथ चौथे नंबर पर रही। राज्य में बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। कोई भी एक पार्टी अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है लेकिन चुनाव पूर्व गठबंधन करने वाली बीजेपी-शिवसेना मिलकर आसानी से सरकार बना सकती है।
50-50 पर अटका सत्ता का फैसलाः शिवसेना ने बीजेपी के सामने ढाई साल तक आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी है। इस 50-50 फॉर्मूले के चलते ही महाराष्ट्र में अब तक सरकार गठन का रास्ता साफ नहीं हो पाया है। शिवसेना फिलहाल बीजेपी के अलावा एनसीपी-कांग्रेस संग मिलकर सरकार बनाने की भी संभावनाएं तलाश रही हैं।