गांव की तस्वीर देखें तो यहां टूटी हुई खिड़कियां, टूटे ग्लास, दीवारों पर लिखे हैं ‘जय श्री राम’ के नारे। इस गांव के रहने वाले लोग अब यहां लौटने को तैयार नहीं हैं। मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले का यह दोराना गांव है। इस गांव में विश्व हिंदू परिषद ने रैली निकाली थी जिसमें करीब 5 हजार लोग शामिल थे। प्रशासन ने भी उन्हें इतने लोगों को इकट्ठा करने से नहीं रोका। गांव के लोगों ने एसपी से सुरक्षा की मांग की है।
लोगों का कहना है कि एक मेसेज वायरल हो रहा है जिसमें ‘औरंगजेब के वंशजों’ को सबक सिखाने के बात कही जा रही है। 25 दिसंबर को भी यहां बड़ी रैली निकाली गई थी जिसमें जोर-जोर से गाने बजाए जा रहे थे और लोग बहुत देर तक मस्जिद के बाहर रुके रहे। वहीं मंगलवार को ऐसी ही रैली में शामिल लोग मस्जिद पर चढ़ गए और वहां भगवा झंडा लगा दिया। बाद में पुलिसवालों ने ही उन झंडों को नीचे उतारा।
मालवा-नीमुच रीजन का यह गांव काफी सेंसिटिव है। यहां पर आरएसएस की अच्छी पकड़ है। इस गांव में लगभग 500 घर हैं जिनमें से 82 घर मुस्लिमों के हैं। राम मंदिर निर्माण के लिए दान देने की बात बताने के लिए यहां मंगलवार को बड़ी रैली का आयोजन हुआ था। इस रैली के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसमें से एक वीडियो यह भी था जिसमें लोग मस्जिद पर चढ़ रहे थे।
पिछले सप्ताह उज्जैन और इंदौर में भी हिंसा हुई थी। वहां भी मुस्लिम बहुल इलाकों से राइट विंग की रैली निकल रही थी। रैली के दौरान ही पथराव हो गया था। इसके बाद इलाके में काफी तनाव था। बाद में प्रसाशन ने मामले में वहां के स्थानीय लोगों प र ही कार्रवाई की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पत्थरबाजी करने वाले लोगों को चेतावनी दी थी। मंदसौर के एसपी ने कहा कि किसी तरह की हिंसक गतिविधि न हो इसलिए बड़ी संख्या में पुलिसवालों को रैली में तैनात किया गया था। एसपी ने कहा कि इस बात के भी निर्देश दिए गए थे कि गांव की मस्जिद को कोई नुकसान न पहुंचे।