मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर सभी राजनीति दल सक्रिय हो गए हैं। जहां प्रधानमंत्री मोदी लगातार प्रदेश के दौरे कर रहे हैं वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और प्रदेश के दूसरे नेता भी मैदान में हैं। फिलहाल भाजपा ने मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति बहुत साफ नहीं की है। ऐसे में यह चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए यह चुनाव जीतना काफी महत्वपूर्ण हो गया है। वह लगातार प्रदेश के दौरे पर हैं और अपनी योजनाओं को जनता के बीच रख रहे हैं। वह 2005 से मध्यप्रदेश के रहे हैं, ऐसे में उनके लिए इस चुनाव से काफी जुड़ाव है, रविवार को एक सभा में संबोधित करते हुए वह भावुक हो गए। इस दौरान उन्होंने कहा,”मैंने मध्य प्रदेश में राजनीति की परिभाषा बदली है।”
भावुक होकर क्या बोले शिवराज?
शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्राहकों के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “मेरे लिए सियासत का मतलब जनता की सेवा है। जनता की मेरे लिए भगवान है। मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूं। ऐसा भैया नहीं मिलने वाला, मैं चला गया तो तब आपको याद आऊंगा।” मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस बयान के बाद कई तरह की सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।
शिवराज सिंह चौहान को लेकर क्या है अटकलें?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर पिछले कुछ दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार इस बार वह नहीं होंगे और उन्हें पार्टी में साइडलाइन कर दिया गया है। हालांकि इन रिपोर्टों पर सीएम ने प्रतिक्रिया दी है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उन्हें राज्य में दरकिनार किया जा रहा है, ऐसी अटकलें हैं। पार्टी ने अभी तक मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में शिवराज सिंह चौहान के नाम की घोषणा नहीं की है, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि मौजूदा मुख्यमंत्री को पद से हटाया जा रहा है। इस बीच कैलाश विजयवर्गीय जैसे कुछ बड़े नामों को विधानसभा चुनाव में उतारा गया है।
इन खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। सीएम ने कहा, “इससे बीजेपी की बड़ी जीत सुनिश्चित हो गई है। हमारे सभी वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ेंगे।”