जैसे-जैसे मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे नेताओं की भाषा मर्यादा की सीमा लांघने लगी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के एक बयान से राज्य की सियासत में भूचाल आ गया है। कमलनाथ ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा था,”कुछ मित्र लायक तो कुछ नालायक होते हैं।” इस बयान पर शिवराज चौहान ने ट्वीट कर जवाब दिया है लेकिन भाजपा नेताओं ने कमलनाथ से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है। कमलनाथ के मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनने पर मुख्यमंत्री चौहान ने कमलनाथ को अपना मित्र बताते हुए बधाई दी थी लेकिन कमलनाथ ने अपने ही पुराने मित्र को नालायक कह दिया। इससे राज्य में सियासी बनंडर उठ खड़ा हुआ है। भाजपा के सांसद आलोक संजय ने कमलनाथ से अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए इस टिप्पणी को ‘घटिया’ करार दिया है।
गौरतलब है कि जब सोमवार को संवाददाताओं ने कमलनाथ से अपने मित्र के बारे में राय जानना चाही तो कमलनाथ का जवाब दिया, “कुछ मित्र लायक तो कुछ मित्र नालायक होते हैं।” कमलनाथ के बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने कविता के अंदाज में ट्वीट कर जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “हाथों की रेखाएं हमारी भी बहुत खास हैं, तभी तो आप जैसा दोस्त हमारे पास है। जो सबसे हमेशा कहते फिरते हैं, बस कमल ही लायक है। हम सब भी आपकी इज्जत करते हैं और जोर-शोर से दोहराते हैं कि कमल का फूल ही सबसे लायक है, भारतीय जनता ही हमारी नायक है।”
इस बीच कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश विधान सभा चुनावों में भी पार्टी यूपी और पंजाब की तर्ज पर प्रशांत किशोर की मदद लेगी। उन्होंने चुनाव के मद्देनजर पिछले साल हुए मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर 6 जून को प्रदेश कांग्रेस के कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आमंत्रित किया है। जब मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से पूछा कि क्या वो सीएम पद की रेस में हैं तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।