जीएसटी को लेकर एक तरफ भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार के मंत्री अपनी तारीफों के पुल बांधते नहीं थक रहे, वहीं मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने पार्टी और सरकार की किरकिरी कराने वाला बयान दिया है। धुर्वे ने कहा कि उन्हें खुद जीएसटी समझ में नहीं आ रहा है। 8 नवंबर को नोटबंदी की सालगिरह पर आयोजित पार्टी की एक गोष्ठी में धुर्वे ने कहा, “जीएसटी मैं खुद ही नहीं समझ पा रहा हूं तो इस संबंध में नहीं बोलूंगा।” उन्होंने आगे कहा, “बड़े-बड़े सीए नहीं समझ पा रहे, व्यापारी नहीं समझ पा रहे हैं।”
शिवराज सिंह के इस मंत्री का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि अगर आप सोचेंगे कि हमारा तो हजार या 5 हजार रुपये चला गया लेकिन ऐसा नहीं है, वो आयेगा, इसका परिणाम बाद में दिखेगा। अभी थोड़ा कष्ट हो रहा है लेकिन यह समझ-समझ का खेल है, धीरे-धीरे समझ जाएंगे तो बड़ा सकून मिलेगा और अच्छा लगेगा।
बता दें कि पिछले साल 8 नवंबर को रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया था कि रात 12 बजे से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट प्रचलन से बाहर हो गए। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों को बैंकों के बाहर कतार में खड़े होकर अपने-अपने पैसे बदलवाते हुए देखा गया। पूरा देश करीब एक महीने से ज्यादा वक्त तक बैंकों और फिर एटीएम के बाहर लंबी लाइनों में खड़ा रहा ताकि उनके हाथों में नकदी आ सके। सरकार का दावा है कि इस नोटबंदी के बाद कई काले धनकुबेरों की संपत्ति का खुलासा हुआ है, जबकि विपक्ष का आरोप है कि देश में नोटबंदी फेल रही है और जितने पैसे बाजार में चलन में थे करीब-करीब उतने ही पैसे फिर से बैंकों में वापस आ गए। नोटबंदी के विरोध में कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने जहां काला दिन मनाया वहीं बीजेपी ने कालाधन के खात्मे के रूप में इस दिन को याद किया।
GST mai khud hi nahi samajh paa raha hoon, to iss sambandh mein nahi bolunga. Bade bade CA nahin samajh paa rahe hain, vyapari nahin samajh paa rahe hain: Om Prakash Dhurve pic.twitter.com/i17k7SSFU7
— ANI (@ANI) November 10, 2017