मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा अपने बयानों और अपनी कार्यशैली को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस बार वो एक भाजपा कार्यकर्ता को चप्पल पहनाने को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल मामला मध्य प्रदेश के दतिया जिले का है। जहां एक भाजपा कार्यकर्ता ने 2018 में संकल्प लिया था कि जबतक प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बनती, तबतक चप्पल नहीं पहनूंगा।
बता दें कि एमपी के दतिया जिले के सेवढ़ा में भाजपा कार्यकर्ता रंजीत पाल का संकल्प 2018 में तो नहीं पूरा हुआ लेकिन 2020 में जब कमलनाथ सरकार गिरी और शिवराज सिंह चौहान फिर से प्रदेश के सीएम बने तो रंजीत पाल ने गृहमंत्री नराेत्तम मिश्रा से मिलने के बाद ही चप्पल पहनने की इच्छा प्रकट की।
रंजीत का संकल्प था कि जब तक वो गृहमंत्री से नहीं मिलते तब तक चप्पल नहीं पहनेंगे। वहीं रविवार को दतिया जिले में जब पाल समाज की बैठक में गृहमंत्री मिश्रा हिस्सा लेने पहुंचे तो इस कार्यक्रम में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता काे खुद अपने हाथ से चप्पल पहनाई।
नरोत्तम मिश्रा रंजीत पाल के समर्पण को देखकर उनसे काफी प्रभावित भी हुए। रंजीत सेवढ़ा विधानसभा क्षेत्र के रसूलपुर गांव के रहने वाले हैं। और गृहमंत्री को वो अपना आदर्श भी मानते हैं। रंजीत पाल का कहना है कि अपने जनहित के कार्याें से डा नरोत्तम मिश्रा ने मध्य प्रदेश की राजनीति में एक अलग पहचान बनाई है।
अपने हाथों से पहनाई चप्पल: गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा रविवार काे पाल समाज के एक कार्यक्रम में जब भाग लेने पहुंचे तो उन्हें रंजीत पाल के संकल्प की जानकारी हुई। इसके बाद उन्होंने रंजीत काे अपने पास बुलाया और उनसे बातचीत की। पार्टी के प्रति उनके भाव को देखते हुए उन्होंने रंजीत के प्रतिबद्धता की सराहना की। इसके बाद उन्होंने रंजीत काे अपने हाथों से पैराें में चप्पल पहनाई।
रंजीत पाल को चप्पल पहनाते हुए गृह मंत्री की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रही है। जिसे खुद रंजीत ने शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा कि गृहमंत्री से मुलाकात का उनका सपना आज साकार हाे गया है।