मध्य प्रदेश में नवंबर-दिसंबर में विधान सभा चुनाव होने हैं। उससे करीब पांच महीने पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने वहां अपने सीएम कैंडिडेट का एलान कर दिया है। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के खासमखास आलोक अग्रवाल को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया गया है। 50 वर्षीय अग्रवाल ने ऐतिहासिक तौर पर स्टाम्प पेपर पर लिखकर और उसे नोटरी से सत्यापित कराकर चुनावी वादा किया है। उनके लिखित वादे के मुताबिक अगर आप की सरकार बनती है तो मध्य प्रदेश के सभी किसानों का पूरा कर्ज माफ कर दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों को फसलों की लागत का डेढ़ गुना दाम देने का वादा किया गया है। आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों को जीवनयापन के लिए 10 लाख रुपये देने का भी वादा किया गया है।

आप ने स्टाम्प पेपर पर कुल 30 वादे किए हैं। इन्हें किसानी, बिजली, पानी, रोजगार, आदिवासी, पेंशन और कर्मचारी सेगमेंट में बांटा गया है। वादे के मुताबिक दिल्ली की तरह मध्य प्रदेश में भी 400 यूनिट बिजली तक के बिल को हाफ करने और सभी शहरों में 20 हजार लीटर पानी प्रति परिवार प्रति माह मुफ्त देने का वादा किया गया है। आप के वादे के मुताबिक खेतीबारी के लिए बिजली मुफ्त दी जाएगी जबकि गरीबों को प्रति माह मात्र 50 रुपये में बिजली उपलब्ध कराने की बात कही गई है। अग्रवाल के हस्ताक्षरित शपथ पत्र में कहा गया है कि रोजगार के अधिकार को मूलभूत अधिकार मानते हुए राज्य के सभी युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये ‘युवा रोजगार सुरक्षा कानून’ बनाया जायेगा और सभी को रोजगार दिया जाएगा। रोजगार मिलने तक 12वीं पास युवाओं को 1500, स्नातक पास को 2000 और स्नातकोत्तर पास युवाओं को 3000 रुपये प्रति माह भत्ता दिया जाएगा।

शपथ पत्र में अग्रवाल ने लिखा है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की तरह मध्य प्रदेश में भी वृद्धावस्था, विकलांग, विधवा “सामाजिक सुरक्षा पेंशन” को मौजूदा 300 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह किया जायेगा। इसके अलावा हर महीने की 10 तारीख तक बैंकों में पेंशन डालने की बात कही गई है। सरकारी कर्मचारियों को भी लुभाने की कोशिश की गई है। दिल्ली सरकार की तरह सभी संविदा, दैनिक वेतन भोगी, मानसेवी, आशा, उषा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करने की बात कही गई है और सभी को समान काम, समान वेतन देने की बात कही गई है।