मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक ऐदल सिंह कंसाना के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई तो एक पुलिस अधिकारी सरकार के निशाने पर आ गए। राज्य सरकार ने घटना के दो दिन बाद उनका तबादला कर दिया। मुरैना एसपी रियाज इकबाल को गुरुवार (28 फरवरी, 2019) के दिन भोपाल के पुलिस मुख्यालय शिफ्ट कर दिया। इकबाल को उस घटना के दो दिन बाद हटाया गया जब समौली विधायक के बेटे राहुल सिंह कंसाना और उसके साथियों के खिलाफ हवाई फायरिंग करने और एक टोल बूथ पर कर्मचारियों संग मारपीट के आरोप में केस दर्ज किया गया। घटना 23 और 24 फरवरी की आधी रात के समय की है। घटना से पहले राहुल ने कथित तौर पर टोल बूथ मैनेजर को बुलाया और उसके दोस्तों के वाहनों को टोल बूथ पर रोकने और टोल लेने के एवज मे अंजाम भुगत लेने की धमकी भी दी।
हालांकि मामले में गिरफ्तारी होती इससे पहले ही कांग्रेस की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने एसपी का तबादला कर दिया गया। खबर है कि एपसी को हाल के दिनों में ही वहां तैनात किया गया था। वहीं मामले में पूछने पर पुलिस अधिकारी इकबाल ने अपनी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि विधायक के बेटे के खिलाफ केस दर्ज किया गया क्योंकि उसने धमकी भरा फोन किया। इसके अलावा आरोपी विधायक के बेटे के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज करने से पहले वारदात स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया।
दूसरी तरफ विधायक कंसाना ने स्वीकार किया कि उनके बेटे ने टोल बूथ कर्मचारी को फोन किया था, लेकिन दावा किया कि जब गोलीबारी हुई थी तब वह वहां मौजूद नहीं था। जानना चाहिए कि पुलिस अधिकारी के तबादले के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार विपक्षी भाजपा के निशाने पर आ गई है। पार्टी ने मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारियों के बड़ी तादाद में तबादले का आरोप लगाया है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘अभी तक अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन जब एक पुलिस अधिकारी ने केस दर्ज करने की हिम्मत की, यहां तक उसे मार्चिंग के ऑर्डर दिए गए।’