मध्य प्रदेश के धरतीपकड़ परमानंद तोलानी ने शनिवार (11 जून, 2022) को मेयर पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है। तोलानी अभी तक लगभग सभी चुनावों में हिस्सा ले चुके हैं और मेयर पद के लिए हो रहे चुनाव में नामांकन भरने वाले वह पहले व्यक्ति हैं।
परमानंद तोलानी पेशे से एक प्रोपर्टी ब्रोकर हैं। उन्होंने शनिवार रात को 10.45 बजे एडीएम राजेश राठौड़ के समक्ष अपना पर्चा दाखिल किया। तोलानी के पिता ने भी 30 साल तक जीतने की उम्मीद में लगभग हर चुनाव में पर्चा भरा था। वह रिटायर्ड हैं।
1989 में पहली बार लड़ा चुनाव
परमानंद तोलानी ने साल 1989 में पहली बार पर्चा भरतकर चुनावी युद्ध के मैदान में प्रवेश किया था। वह संसदीय, विधानसभा और निगम के चुनावों समेत अभी तक 17 चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, हर बार उन्हें हार सामना करना पड़ा। हलफनामे के मुताबिक 10वीं पास तोलानी के पास बैंकों में 5 लाख रुपये की नकदी है। इसके अलावा, उनका खातीवाला टैंक इलाके में फ्लैट है और उनकी दो बेटियां हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भी भर चुके हैं पर्चा
59 वर्षीय परमानंद तोलानी को “इंदौर के धरतीपकड़” के नाम से जाना जाता है। 17 बार चुनावों में हारने के बावजूद उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन 2019 के चुनावों में अंतिम टाइमर के आसपास नहीं थीं, ऐसे में तोलानी को जीत की उम्मीद थी, लेकिन शंकर लालवानी ने उनको हरा दिया। शंकर लालवानी ने देश में सबसे बड़े अंतर से लोकसभा चुनाव जीता था।
परमानंद तोलानी का कहना है कि ज्योतिष ने उनकी जीत की भविष्यवाणी की है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के प्रसिद्ध ज्योतिष परखराम ने उन्हें कहा कि 11 बजे से पहले नामांकन भरेंगे तो जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता कचरा टैक्स, संपत्ति टैक्स समेत सभी प्रकार के करों से लोगों को राहत दिलाना होगी। उनका कहना है कि अगर वह मेयर बने तो 1 हजार वर्ग फीट के मकान पर कोई टैक्स का प्रावधान नहीं होगा।