मध्य प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शिवराज सरकार के खिलाफ गुरुवार (12 मई, 2022) को प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने बेरोजगारी, ओबीसी आरक्षण और महंगाई को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरा। इसे युवा शंखनाद नाम दिया गया।
मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री आवास को घेरने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कड़े इंतेजाम किए थे, जिस कारण वे वहां तक नहीं पहुंच पाए। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए यहां पुलिस को वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
प्रदर्शन डेढ़ घंटे तक चला और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और दूसरे पदाधिकारियों को हिरासत में लिए जाने बाद यह खत्म हो गया। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई बड़े नेता भी शामिल थे, जिन्होंने इन मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व पीसीसी प्रमुख सुरेश पचौरी, अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा समेत कई बड़े नेता शामिल थे।
प्रदर्शन में मौजदू युवाओं को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि सिर्फ महंगाई, बेरोजगारी और व्यापमं ही चुनौती नहीं है। हमारी चुनौती हमारी संस्कृति को बचाना भी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास आज तीन चीजें, पुलिस, पैसा और प्रशासन बचा है, लेकिन हम न पैसे, न पुलिस और न प्रशासन से दबेंगे। कांग्रेस ने युवाओं को आगे ले जाने के महत्व पर जोर दिया। पार्टी ने कहा कि अगले चुनावों में युवाओं को अधिक महत्व देना चाहिए।
बता दें कि पार्टी नेता शंखनाद को लेकर काफी उत्साहित थे और सरकार को घेरने की तैयारी में थे। पार्टी नेताओं ने ट्वीट करके लोगों को शंखनाद से जुड़ने की अपील की थी। पार्टी के बड़े नेताओं ने ट्वीट कर इससे जु़ड़ने के लिए कहा।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि युवा मध्य प्रदेश को बचाने की इस लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए शामिल हों। वहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी वीडियो जारी कर कहा कि हमें देश और प्रदेश में बढ़ती अव्यवस्था को लेकर जनआंदोलन करना चाहिए।