मध्यप्रदेश के सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के शंकर दयाल त्रिपाठी को 14,133 मतों से पराजित किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को मतों की गिनती के बाद आए नतीजे में कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी को कुल 66,810 मत मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी शंकर दयाल त्रिपाठी को कुल 52,677 मत प्राप्त हुए। यहां कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई और 19 चक्र में पूरी हुई। पांच चरणों की मतगणना में कांग्रेस प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी ने भाजपा प्रत्याशी शंकर दयाल त्रिपाठी पर 10,057 मतों की बढ़त बना ली थी। 10वां चक्र पूरा होने तक यह बढ़त 17,959 हो गई। बाद में भाजपा उम्मीदवार त्रिपाठी की बढ़त बढ़ी और गिनती का अंत आते तक यह अंतर 14,133 रह गया। यहां कुल 1,26,903 वोट वैध पाए गए।

मतगणना के दौर को देखा जाए, तो कई चक्र में कांग्रेस उम्मीदवार की बढ़त लगभग दो हजार बढ़ते रहे। 19 चक्रों में से सात चक्र में भाजपा के उम्मीदवार ने बढ़त बनाई, तो शेष 12 चक्रों में कांग्रेस उम्मीदवार आगे रहा। सतना स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-एक में वोटों की गिनती अलग-अलग 14 टेबलों पर हुई। यह मतगणना 19 चरण में पूरी हुई। इस उपचुनाव में नौ निर्दलियों सहित 12 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे।

मतगणना के लिए 70 कर्मचारी तैनात किए गए। इनमें एक-एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर तथा दो अन्य कर्मचारी शामिल रहे। मतगणना स्थल पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बिना प्राधिकार-पत्र के किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की एक कंपनी के अलावा स्थानीय पुलिस बल को तैनात किया गया था।

Chitrakoot By Elections/Chunav Result 2017 Updates:

– मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हार स्‍वीकार करते हुए ट्वीट किया, ”चित्रकूट उपचुनाव में जनता के निर्णय को शिरोधार्य करता हूँ। जनमत ही लोकतंत्र का असली आधार है। जनता के सहयोग के लिए आभार व्यक्त करता हूँ। चित्रकूट के विकास में किसी तरह की कमी नहीं होगी। प्रदेश के कोने-कोने का विकास ही मेरा परम ध्येय है।”

– एबीपी न्‍यूज के अनुसार, कांग्रेस उम्‍मीदवार ने बीजेपी उम्‍मीदवार पर 14,100  वोट से जीत दर्ज की है। 13वें राउंड तक नीलांशु चतुर्वेदी बीजेपी के शंकर दयाल से 17,143 वोटों से आगे चल रहे थे। 14वें राउंड में बीजेपी ने थोड़ी बढ़त ली और जीत के अंतर को 16,608 वोट कर लिया।

– कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जश्‍न मनाना भी शुरू कर दिया है। एएनआई ने एमपी कांग्रेस कमेटी के बाहर ढोल-नगाड़े लेकर नाचते कांग्रेसियों की तस्‍वीरें जारी की हैं।

– चित्रकूट उपचुनाव के नतीजों पर मध्‍य प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष नंद कुमार ने कहा क‍ि ‘अभी तक चल रही मतगणना दिखाती हैा कि सीट कांग्रेस को जाएगी मगर यहां जो हुआ, वह राज्‍य का मूड नहीं दिखाता है।’

मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने मानी हार।

– 12वें राउंड की गिनती के बाद कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी ने निर्णायक बढ़त बना ली है। वो 25,231 वोट से आगे चल रहे हैं।

– 9वें राउंड के बाद कांग्रेस उम्मीदवार 17765 वोटों से आगे।

– डाक मत पत्रों की गणना शून्य रही। 84 सर्विस डाक मतपत्र जारी हुए थे। किसी ने भी डाक मतपत्र का इस्तेमाल नहीं किया।

– सातवें राउंड की गिनती में बीजेपी को 2344 और कांग्रेस को 5076 वोट मिले।

– छठे राउंड के वोटों की गिनती में बीजेपी को 2526 और कांग्रेस को 4515 वोट मिले।

– पांचवें राउंड की मतगणना में बीजेपी को 2228 और कांग्रेस को 4270 वोट मिले।

– चौथे राउंड की मतगणना में बीजेपी को 1919 और कांग्रेस को 4350 वोट मिले।

– तीसरे राउंड की मतगणना में बीजेपी को 1855 और कांग्रेस को 4438 वोट मिले।

– दूसरे राउंड की गिनती में कांग्रेस को 5255 और बीजेपी को को 1727 मत मिले। कांग्रेस के प्रत्याशी नीलांशु चतुर्वेदी बीजेपी से काफी आगे चल रहे हैं।

– यह सीट कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी। सिंह ने यहां पर 1998, 2003 और 2013 में चुनाव जीता है।

– मतगणना के लिए 70 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इनमें एक-एक काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर तथा दो अन्य कर्मचारी शामिल हैं। मतगणना स्थल पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बिना प्राधिकार-पत्र के किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की एक कंपनी के अलावा स्थानीय पुलिस बल तैनात किया गया है।

– 9 नवंबर को हुए मतदान में करीब 65 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। वोट डालने वालों में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का प्रतिशत ज्यादा था। यह सीट विधायक प्रेम सिंह के निधन से खाली हुई थी। बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए यह सीट नाक की लड़ाई बन गई है। लिहाजा, दोनों दलों ने चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी एक कर दिया था। इस सीट पर मैदान में कुल 12 उम्मीदवार थे।