छतरपुर में अपनी तरह का एक अलग और अनोखा मामला सामने आया है। जहां शिक्षकों का श्‍मशानघाट में सम्मान किया गया है। मामला मध्य प्रदेश (बुंदेलखंड) छतरपुर जिले की गढ़ीमलहरा नगर पंचायत का है। सम्मान समारोह में नगरपंचायत अध्यक्ष, अध्‍यक्ष पति उपाध्यक्ष और पार्षद मौजूद थे। नगरपंचायत अध्यक्ष पति और नगरपंचायत सीएमओ की माने तो शिक्षक दिवस था जिसमें कुछ अलग और अनोखा करना चाहते थे तो श्‍मशानघाट के अंदर शिक्षकों को फूल-मालाएं पहनाईं और उनका सम्मान किया। इस दौरान वृक्षारोपण भी किया गया।

श्‍मशान सम्मान मामले में अब लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोगों का कहना है कि यह भी कोई जगह है सम्मान करने की। नगरपंचायत ने पब्लिसिटी और मीडिया की सुर्ख़ियों में आने के लिए ऐसा किया। सूत्रों की मानें तो सम्मान पाने वाले भी दबी जुबान में नगरपंचायत और पदाधिकारियों को बुरा-भला कह रहे हैं कि इन्हें भी यही जगह मिली थी सम्मान करने के लिए। सम्मान में मिली सामग्री को लोगों ने रास्ते में ही फेंक दिया और घर आकर दरवाजे पर नहाए और गंगाजल छिड़का। हिन्दू धर्म में मान्यता है कि श्‍मशान से कोई भी चीज घर नहीं लाई जाती इसलिए सम्मान स्वरुप जो भी मिला लोगों ने वह कचरे में फेंक दिया। गढ़ीमलहरा नगरपंचायत में कांग्रेस का बोर्ड है। यहां पर भाजपा विपक्ष में हैं। माना जा रहा है कि विपक्ष इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेर सकता है।


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