मध्य प्रदेश के बढ़वानी जिले के अरिहंत होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के छात्र असद खान ने अपने कॉलेज पर आरोप लगाया है कि दाढ़ी रखने के कारण कॉलेज उसे परेशान कर रहा है और उसे वहां पढ़ने नहीं दे रहा है। असद का कहना है कि कॉलेज में प्रोफेसर एमके जैन उस पर दाढ़ी कटवाने का दबाव बना रही हैं। जबकि प्रेफेसर जैन इस तरह के सारे आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा है कि छात्र कॉलेज से ट्रांस्फर के लिए आवेदन दिया था। इस कारण उसे ट्रांसफर सर्टिफिकेट दे दिया गया है। तो वहीं बढ़वानी के जिलाधिकारी तेजस्वी एस नायक ने कहा है कि छात्र ने शिकायत दी थी कि दाढ़ी रखने के कारण उसके साथ भेदभाव हुआ और इस मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अरिहंत होम्योपैथी कॉलेज में स्कॉलरशिप से जुड़े एक मामले की जांच भी चल रही है जिसके साथ इस जांच को भी जोड़ दिया गया है। वहीं छात्र असद खान का कहना है कि दिसंबर 2013 में प्रवेश परीक्षा के जरिए इस कॉलेज में दाखिला लेते वक्त उसके दाढ़ी नहीं थी।
असद का इस सारे मामले पर कहना है कि”मैंने तीन महीनों तक इसे नज़रअंदाज़ किया। वे दबाव बनाते रहे, मुझे क्लास से बाहर भी निकाल दिया जाता था जब मैंने कहा कि दाढ़ी रखना मेरा अधिकार है और मैं नहीं कटवाउंगा तो मेरे कॉलेज में घुसने पर ही रोक लगा दी गई.” असद का कहना है कि उस पर बार-बार दाढ़ी कटवाने का दबाव बनाया गया। वहीं कालेज का कहना है कि “हमने कभी दाढ़ी कटवाने के लिए दबाव नहीं बनाया. हमारे कॉलेज में और छात्र भी दाढ़ी रखते हैं.”

