इटारसी के भाट मोहल्ले में रहने वाले एक रेलकर्मी गजेन्र्द मौर्य का बीमारी के चलते मंगलवार की रात साढ़े दस बजे निधन हो गया था। मृतक के दोनों बेटे डबल मर्डर केस में , होशंगाबाद और भोपाल की जेल में दोहरे आजीवन केस की सजा काट रहे हैं।

बुधवार को मृतक के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार करने के लिये पैरोल लगाई थी, लेकिन शाम सात बजे तक उसके बेटों को पैरोल नही मिली। जिसके बाद मृतक के परिजनों और सामाजिक लोगों द्वारा एन.एच. 69 स्थित मुक्तिधाम के सामने जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं लोगों ने एन.एच. 69 पर चक्काजाम भी कर दिया। करीब 20 मिनट एन.एच.69 पर चक्काजाम किया गया।

बताया जा रहा है कि भाट मोहल्ले में रहने वाले गजेन्र्द मौर्य की मंगलवार की रात मृत्यु हो गई थी। लेकिन मृतक के दोनों बेटे डबल मर्डर केस में दोहरे आजीवन कारावास की सजा होशंगाबाद और भोपाल की जेल में काट रहे है। जबकि मृतक के परिजनों ने दोनों बेटों की पैरोल को लेकर कागजी कार्रवाई पूरी की थी उसके बाद भी उन्हें पैरोल नहीं दी गई।

दोपहर तीन बजे से मृतक के परिजन मुक्तिधाम में शव को रखकर बेटो्ं के आने का इंतजार कर रहे थे पर उनके आने की कोई उम्मीद नही दिखाई दे रही थी। इसी के चलते मृतक के परिजनों और सामाजिक बंधुओ द्वारा शाम 7 बजे मुक्तिधाम के सामने सड़क पर चक्काजाम कर जमकर हंगामा किया। इस सारे ड्रामे के बाद मृतक के होशंगाबाद जेल में बंद बड़े बेटे पवन मौर्य को पुलिस कस्टडी में मुक्तिधाम लाया गया और गजेन्र्द मौर्य का अंतिम संस्कार किया गया। करीब 20 मिनट के बाद मृतक के बेटे को पुलिस के जवान दोबारा जेल ले गए।