मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक वायरल हुए वीडियो में धार जिले में चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ में कथित तौर पर अपने सुरक्षाकर्मी की पीठ पर थप्पड मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने एक बयान जारी कर दावा किया कि मध्यप्रदेश में तेजी से खिसकते अपने आधार के कारण वीडियो में मुख्यमंत्री की हताशा स्पष्ट दिखाई दे रही है। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा, ‘हमारी मांग है कि अपने सुरक्षाकर्मी पर हाथ उठाने के लिए मुख्यमंत्री चौहान के खिलाफ आईपीसी की धारा 353 के तहत मामला दर्ज किया जाए।’ वहीं प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता हितेश वाजपेयी ने कहा कि वीडियो से गलत मतलब निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री चौहान के आसपास बेहद भीड़ चल रही थी और सुरक्षाकर्मी दो बार चौहान के चोटिल पैर पर चढ़ गया। इस पर उन्होंने स्वाभाविक तौर पर तुरंत अपने को बचाने की प्रतिक्रिया की। चौहान अपने बचाव के लिए खुद को दूर कर रहे थे और उनकी किसी को मारने की भावना नहीं थी।’

वहीं नेता प्रतिपक्ष ने कहा,‘ सत्ता का मद, खिसकता जनाधार और असफल नीतियों की ही खीज है, जो मुख्यमंत्री से लेकर संत्री तक सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने लगे हैं।’ अजय सिंह ने आरोप लगाया कि धार के सरदारपुर में रोड-शो के दौरान सुरक्षा गार्ड को मुख्यमंत्री ने ना केवल पीछे से मारा बल्कि उसे व्यवस्था बनाने के दौरान हाथ पकड़कर खींचा और उसे धकेला। उन्होंने सार्वजनिक रूप से एक शासकीय कर्मी को बेइज्जत किया।

गौरतलब है कि वायरल हुए वीडियो में चौहान भीड़ में उनके आगे चल रहे सुरक्षाकर्मी के पीठ पर थप्पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। बीते रविवार (14 जनवरी, 2017) को स्थानीय निकायों के चुनाव में भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री धार जिले के सरदारपुर में भीड़ के साथ पैदल चल रहे थे। घटना का वीडियो दो दिन बाद तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने लगा था।