भोपाल में एक बुकसेलर को इसलिए गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वह उर्दू अखबार बेच रहा था। अखबार में प्रकाशित एक लेख की सामग्री पर कुछ लोगों को ऐतराज था। शाहिद खान नाम याशिका बुक कॉर्नर के नाम से भोपाल में अपनी दुकान चलाते थे। शाहिद उर्दू अखबार नई दुनिया भी बेचते थे। अखबार में छपे एक लेख की ‘आपत्तिजनक’ सामग्री को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
शिकायत के मुताबिक लेख में भोपाल के बजरंग दल के नेता कमलेश ठाकुर की फोटो प्रकाशित हो गई थी। इसके बाद लेख को आपत्तिनजक बताते हुए बजरंग दल के नेताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत में बजरंग दल के नेताओं ने कहा कि अखबार में छपे लेख से कमलेश ठाकुर से कोई लेना-देना नहीं थी। लेकिन उनकी फोटो प्रकाशित की गई।
पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खान को आईपीसी की धारा 295(ए) धार्मिक भावनाओं को आहत करने तहत गिरफ्तार कर लिया। खान को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था और सोमवार शाम को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बुकसेलर खान ने huffingtonpost.in से बात करते हुए कहा, ‘न्यूयपेपर काफी लंबी चैन प्रक्रिया के तहत लोगों तक पहंचता है। इसमें डिस्ट्रीब्यूटर्स, शॉप ऑनर्स और हॉकर्स सहित कई शामिल होते हैं। भोपाल में भी कई लोग अखबार बेचते हैं। लेकिन मुझे ही गिरफ्तार क्यों किया गया?’
बता दें, नई दुनिया उर्दू का एक मशहूर अखबार है। पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी इसके चीफ एडिटर हैं।
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